✍️रिपोर्ट सत्येंद्र यादव

🟥मथुरा- माननीय जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा राजीव भारती के निर्देशानुसार दिनांक 22 दिसम्बर 2022 को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा तथा रोटरी क्लब ऑफ वृन्दावन हेरिटेज के संयुक्त तत्वावधान में राजकीय महिला शरणालय, मथुरा में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती नीरू शर्मा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश / सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा उपस्थित रहीं। इस शिविर का मुख्य विषय वस्तु “भारतीय संस्कृति में नारियों का योगदान एवं वर्तमान परिस्थिति” रहा। इस अवसर पर सुश्री प्रतिभा शर्मा, सदस्या, स्थायी लोक अदालत, मथुरा, श्री देवेन्द्र शर्मा, अध्यक्ष, रोटरी क्लब ऑफ वृन्दावन हेरिटेज मय टीम सहित राजकीय महिला शरणालय के कर्मचारीगण, सुरक्षा में तैनात महिला होमगार्ड्स उपस्थित रहे।
राजकीय महिला शरणालय, मथुरा में उपस्थित संवासिनियों को सुश्री प्रतिभा शर्मा, सदस्या, स्थायी लोक अदालत, मथुरा द्वारा बताया गया कि इस विधिक साक्षरता शिविर का मुख्य उद्देश्य यहाँ निवासरत संवासिनियों को आध्यात्म रूप से साक्षर करना है। जिसके लिए रोटरी क्लब ऑफ वृन्दावन हेरिटेज की टीम द्वारा आज आपके समक्ष गीता पाठ का आयोजन संगीत संयंत्र के द्वारा किया गया है। जाने-अनजाने में हमसे कई गलतियाँ हो जाती हैं, जिस कारण हम ऐसी परिस्थिति से गुजरते हैं। हमें अच्छे कर्म करते रहना चाहिए।कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती नीरू शर्मा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश / सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, मथुरा द्वारा बताया गया कि भारत देश की संस्कृति, सभ्यता, विरासत और शिक्षा ने समस्त विश्व को समय-समय पर दिशा प्रदान की है। भारतीय सनातन संस्कृति में भारत देश में अनेक ऐसी महिलायें हुई हैं। जिन्होंने अपने व्यक्तित्व और कृतित्व से समस्त जनमानस में अपने आप को प्रस्तुत करके अपना लोहा मनवाया है. ऐसी ही नारियों में रानी लक्ष्मीबाई, मदर टेरेसा, लता मंगेशकर, कल्पना चावला आदि और भी अनेक महिलाएं हैं। हमारे ऋषि मुनियों एवं विद्वानों की शिक्षा ही हमारी संस्कृति को अतीत से लेकर वर्तमान तक लाती है। वेद, पुराण, गीता, महाभारत, रामायण आदि भारतीय संस्कृति के आधार है, सभी हिन्दु शास्त्रों में गीता को प्रथम स्थान दिया गया है। इन्सान को निष्काम भाव से कर्म करते रहना चाहिए, उसे फल की चिंता नहीं करनी चाहिए। गीता के उपदेश किसी क्षेत्र, भाषा, जाति या मजहब विशेष के लिए न होकर सार्वभौमिक रूप से सभी के लिए हैं। सभी वेदों का सम्पूर्ण सारांश गीता में विद्यमान है। चार वेदों की सम्पूर्ण जानकारियों को मिलाकर ही गीता का निर्माण किया गया है। मुख्य अतिथि श्रीमती नीरू शर्मा द्वारा उपस्थित संवासिनियों से उनके प्रकरणों के सम्बंध में जानकारी प्राप्त की गई। संवासिनियों को निशुल्क विधिक सहायता, लोक अदालतें, मध्यस्थता केन्द्र आदि के सम्बंध में विस्तार पूर्वक बताया गया । देवेन्द्र शर्मा, अध्यक्ष, रोटरी क्लब ऑफ वृन्दावन हेरिटेज द्वारा बताया गया कि जहां नारी को सम्मान दिया जाता है वहाँ देवता निवास करते हैं। आजके अवसर पर राजकीय महिला शरणालय में संगीत संयत्र (म्यूजिक सिस्टम) के माध्यम से गीता का पाठ किया गया है, उस संगीत संयंत्र को राजकीय महिला शरणालय, मथुरा को भेंट स्वरूप प्रदान कर रहे हैं, जिससे कि प्रतिदिन वहाँ निवासरत् संवासिनियाँ उस संगीत संयंत्र के माध्यम से गीता का पाठ कर सकें।