रिपोर्ट हसीब अलीखीरों रायबरेली :- एक तरफ जहां प्रदेश सरकार गायों को लेकर सक्रिय नज़र आ रही हैं तो वही जिला प्रशासन इससे मुह चुराता भी नज़र आ रहा है ऐसा ही ताजा मामला रायबरेली जनपद के खीरो थाना क्षेत्र के अंतर्गत मोहनपुर का है जहाँ पर श्रवण कुमार ने खीरों थाने में तहरीर देते हुए आरोप लगाया हैं कि मेरी गाय 16 तारीख को भारी बारिश के कारण मेरी गाय खूटा से खुल गयी और बगल के गांव के रहने फूलचंद्र उर्फ अऊवा पुत्र राम सुरेश और राम प्यारे यादव पुत्र राम कुमार निवासीगण उपरोक्त ने मेरी गाय को भाला मार दिया जिससे मेरी गाय गंभीर रूप से जख्मी हो गयी और वह लोग वह से रफू चकर हो गए जब हम इस घटना की एफआईआर खीरो थाने में लिखवाने गए तो वह पर भी सभी कर्मचारी मुह चुराते नज़र आये जब हमने किसी तरह से एफआईआर लिखवाकर थाने में दी तो हमें महज खाना पूर्ति के लिए थाने में तैनात कांस्टेबल सचिन पाल ने एक शिकायती पर्ची देकर घर वापस कर दिया और कहा कि 17 तारीख की शाम को आना जब हम थाने आये तो थानेदार अभियुक्तों पर कार्यवाही न करते हुए सुला समझौता करने का दबाव बना रहे हैं हमेशा से सुर्खियों में बनी रहने वाली खीरो पुलिस का एक दोहरा चेहरा फिर से बेनकाब हो गया हैं वही कल की घटना में सुर्खियों में बनी हुई खीरो पुलिस गाय को भाला मारकर घायल करने वालो को गिरफ्तार करने के बज़ाय पीड़ित पर दबाव बना रही हैं पुलिस *वही पीड़ित ने बताया कि खीरों थाना प्रभारी निरीक्षक ने घमकी भरे शब्दो मे कहा कि सुलह हो जाओ नही तो दोनों पार्टियों के ऊपर मुकदमा लिख दूंगा * कही न कही देखा जाए तो खीरो पुलिस उचित कार्यवाही न करके सुलह समझौता कराती नज़र आती हैं यही कारण हैं कि छोटी से छोटी घटना एक बड़ी घटना को भी अंजाम दे रही हैं अगर इसी तरह से खीरो पुलिस अपना कार्य करती रहेगी तो भला खीरो थाना क्षेत्र की जनता किससे न्याय की गुहार लगाएगी ।