ग्रामीणों ने लगाया विभाग पर लापरवाही का आरोप

✍️विनय कुमार गुप्ता की रिपोर्ट

🟥रुद्रपुर देवरिया
रविवार को रुद्रपुर क्षेत्र के पिड़रा घाट पुल का एप्रोच धसने से दोआबा क्षेत्र के 52 गांवों में हड़कंप मच गया हैं। पुल के उत्तरी छोर की सात मीटर चौड़ी सड़क के एप्रोच की आधे हिस्से की मिट्टी तड़के सुबह धसकर नदी की धारा में विलीन हो गयी। स्थानीय लोगो के सूचना पर पहुचे एस डीएम ध्रुब शुक्ला, इंस्पेक्टर राजू सिंह,एकौना थाना प्रभारी ने पुल को सुरक्षित करने के लिए आवागमन को तत्काल रोक दिया। और इसकी सूचना पीडब्लूडी विभाग के अधिकारियों को दिया जहा मौके पहुचे विभागीय अधिकारियों ने बचाव कार्य शुरू कर दिया।
बताते चले कि बरसात के पूर्व सिंचाई विभाग बन्धो और पीडब्ल्यूडी विभाग पुल की सुरक्षा को लेकर लापरवाह बना रहा पुल के उत्तरी छोर का पहले भी कुछ हिस्सा एप्रोच का धसा हुआ था लगातार नदी का पानी नीचे की मिट्टी को काट रही थी। जिससे विभाग के अधिकारी और कर्मचारी समय पूर्व लापरवाह बने रहे और रविवार को जब तड़के सुबह उत्तरी छोर के आधे हिस्से की मिट्टी धस गई तो क्षेत्र के लोगों में हड़कंप मच गया बड़ी और छोटी गाड़ियों का आवागमन रोक दिया गया गोरखपुर जनपद को जाने वाले लोगो को काफी दिक्कत उठानी पड़ी। मौके पर पहुचे समाजवादी पार्टी के नेता हरेंद्र सिंह त्यागी जितेश यादव उर्फ जीतू यादव ने विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है और कहा है विभाग बरसात के पूर्व पुल की सुरक्षा को लेकर के कोई भी कार्य नहीं किया।
सामाजिक कार्यकर्ता शब्बीर अहमद ने एप्रोच धसने के लिए विभाग को जिम्मेदार ठहराया कहा कि विभाग की लापरवाही आज बड़ा खतरा होने से बच गया लेकिन सुरक्षा अभी भी खतरे जिला प्रशासन को तत्काल पुल के दोनों ओर बोल्डर पिचिंग कराया जाय। पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता आर के सिंह ने बताया कि विभाग के अधिकारी और कर्मचारी बचाव कार्य में लगे हैं नायलॉन मिट्टी का कैरेट से बचाव कार्य किया जा रहा हैं एप्रोच के किनारे नदी की ओर तीन पेड़ थे जो अचानक नदी में समा गए जिससे मिट्टी धस गयी। एसडीएम ध्रुव शुक्ला ने कहा कि फिलहाल छोटी बड़े को रोक दिया गया है बड़े वाहन 7 दिनों तक नहीं चलेंगे।