वाराणसी रोहनिया- नगर पंचायत गंगापुर के बाहर खेत में दीपक पुत्र द्वारिका हरिजन निवासी नगर पंचायत गंगापुर थाना रोहनियाँ जनपद वाराणसी की हत्या कर दी गयी थी जिसके सम्बन्ध मे स्थानीय थाना रोहनियां जनपद वाराणसी मुकदमा पंजीकृत किया गया था । पुलिस अधीक्षक वाराणसी ग्रामीण द्वारा उक्त घटना का निरीक्षण करते हुए संबंधित को टीम का गठन कर घटना का अनावरण हेतु निर्देशित किया गया था।
दीपक हरिजन की हत्या करने वाले आरोपीगण तथा संदिग्ध मनोज उर्फ नाटे मुसहर के संबंध में आपस में बातचीत कर ही रहे थे कि जरिये मुखविर खास ने आकर सूचना दिया कि आपके मुकदमे का संदिग्ध अभि0 मनोज उर्फ नाटे इस समय मुसहर बस्ती के पास मौजूद हनुमान जी व राम जानकी मंदिर के चबूतरे पर बैठा है यदि जल्दी किया जाय तो पकड़ा जा सकता है । इस सूचना पर पुलिस बल के लोग एकाएक मन्दिर को घेरकर मन्दिर के चबूतरे पर बैठे व्यक्ति को वही चबूतरे पर ही पकड़ लिया गया ।
पकड़े गये व्यक्ति का नाम पता पूछते हुए जामा तलाशी ली गयी तो उसने अपना नाम मनोज कुमार मुसहर पुत्र खंझाटी मुसहर निवासी महावीर मुसहर बस्ती घमहापुर थाना रोहनियाँ जनपद वाराणसी उम्र करीब 22 वर्ष बताया पकड़े गये व्यक्ति से घटना उपरोक्त में संलिप्तता के संबंध में पूछा गया तो इधर उधर की बाते बताने लगा । तो कड़ाई व हिकमत अमली से पूछताछ की गयी तो बताया कि साहब दीपावली से कुछ दिन पहले मै तथा दीपक हरिजन एक जगह पर जुआ खेले थे । जहाँ पर दीपक हरिजन एक जगह पर मुझसे 500/ रू0 हार गया था लेकिन पैसा दिया नहीं था कि दिनांक 4.11.2021 को दीपावली के दिन हरिजन बस्ती के बाहर ट्रांसफार्मर के नीचे हो रहे जुआ में फिर मिला तो रात लगभग 08.00 बजे तक जुआ खेला गया जहां पर मै दीपक हरिजन, सूरज सिंह , रितेश सिहं , सोहन , कमलेश पाल उर्फ बच्ची आदि कई लोग यहां पर थे जुआ खतम होने के बाद सूरज सिंह अपनी मोटर साइकिल से सोहन के साथ बाजार की तरफ चला गया था । मै और दीपक हरिजन चकरोड़ पकड़ कर गुल्लु हरिजन के घर की तरफ आ गये वहीं रास्ते में बुझारत भी बैठा था । हम शराब के नशे में थे । जुआ से उठ कर जब आ रहा था तो रास्ते मे मै दीपक से अपना पुराना बकाया 500 रू0 जुए का मांग रहा था कि चुकि वह कुछ पैसा उस दिन जीता था वह दे नही रहा था । बातचीत करते – 2 हम दोनो गुल्लू हरिजन के घर के सामने आ गये जहां बुझारत था । हम लोग आपस में नशे मे बातचीत कर रहे थे कि गुल्लू ने हम लोगो को वहाँ से डाट कर भगा दिया । तो बुझारत अपने घर तथा मै और दीपक हनुमान जी की मंदिर की तरफ खेतो से होकर आ गये तो मैने दीपक से कहा कि चलो सेंवार में आम के पेड़ के पास जुआ हो रहा होगा । हम दोनो सेंवार मे आम के पेड़ के पास आये । परन्तु जुआ नही हो रहा था कि वापस होकर मैने पुनः दीपक से अपना पुराना 500 /रू0 मांगा तो वह झगड़ने लगा । दोनो लोग नशे मे थे । मैने दीपक हरिजन को एक झापड़ मार दिया । तो वह और झगड़ा करने लगा कि मै खेत की मेड़ से एक ईट पा गया जिसे उठाकर उसके सिर में 2 – 3 बार मार दिया तो वह गिर गया तो मै अपने पहने इसी जैकेट की डोरी खीच कर उसके गले में फसाकर कस दिया । उसे घिसराते हुए पास मौजूद खम्भे के पास लाकर उसके सर को कई बार उसमें लडा दिया जिससे वह निढाल होकर वही पड़ गया मै ईट वही मेंड पर फेक दिया था तथा रस्सी को चकरोड के बगल स्थित एक धान के खेत मे फेककर अपने घर चला आया था दुसरे दिन सुबह उसकी लाश मिली तो द्वारा पकड़ लिया गया । साहब मुझसे गलती हो गयी जो मैने दीपक को 500/ रू0 के लिये मार दिया। अब ऐसी गलती नही होगी ।

*गिरफ्तार करने वाली टीम*
प्रभारी निरीक्षक विमल कुमार मिश्र
व0उ0नि0 जमीलुद्दीन खान
चौकी प्रभारी गंगापुर गौरव कुमार मिश्र
हे0का0 शेषनाथ सिंह व
का0 अवनीश यादव
का0 अखिलानन्द पटेल व मय हमराह
का0 कौशल सिंह
का0 संजय प्रजापति