🔴रामसनेहीघाट बाराबंकी। हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर तहसील अधिवक्ता सभागार में भारतीय अवध प्रेस क्लब के तत्वावधान में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें पत्रकारों के अतिरिक्त समाज के विभिन्न गणमान्य नागरिकों ने हिस्सा लिया।
वरिष्ठ पत्रकार मोहनलाल मेहरोत्रा की अध्यक्षता में आयोजित गोष्ठी का शुभारंभ डीएफओ ने मां सरस्वती की पूजा अर्चना पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्वलित कर किया। गोष्ठी को संबोधित करते हुए उपजिलाधिकारी बिजया कुमार त्रिवेदी ने कहा कि पत्रकार समाज का महत्वपूर्ण अंग होता जो समाज एवं शासन प्रशासन के मध्य दोहरे आइने के रूप में कार्य करता है। उन्होंने कहा कि प्रिंट मीडिया का आज भी महत्वपूर्ण स्थान है और सुबह उठने के बाद सबसे पहले अखबार ही देखा जाता है। उन्होंने कहा प्रशासनिक व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने में पत्रकारों की महती भूमिका होती है। तहसीलदार ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षा ग्रहण के समय लोकतंत्र के तीन स्तंभों के बारे में पढ़ा था लेकिन बाद में पता चला कि चौथे स्तंभ के रूप पत्रकारिता होती है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की तमाम घटनाओं समस्याओं की जानकारी प्रशासन को पत्रकारों के माध्यम से मिलती है और हम सूचना पर विश्वास करके कार्यवाही सुनिश्चित करते हैं। उन्होंने कहा सोशल मीडिया भी इस समय सूचनाओं के आदान प्रदान में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही है इसलिए उसकी जिम्मेदारी बढ़ गई है।नायब तहसीलदार प्रज्ञा द्विवेदी ने कहा कि लोकतंत्र में पत्रकारिता की महती भूमिका होती है इसलिए पत्रकारों को राग द्वेष से हटकर अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करना आवश्यक है। वरिष्ठ पत्रकार समाजसेवी भोलानाथ मिश्र ने कहा पत्रकारिता की शुरुआत समाज देश सेवा के लिए हुयी थी लेकिन जबसे पत्रकारिता को उद्योग का दर्जा दिया गया है तबसे पत्रकारिता भी व्यवसायिक हो गई है। उन्होंने कहा कि इधर समाज में गिरावट आई है जिससे पत्रकारिता भी अछूती नहीं है जिसके फलस्वरूप टीका टिप्पणी होने लगी है लेकिन कुशल यह है कि प्रिंट मीडिया आज भी अपनी विश्वसनीयता को बनाए हुए हैं।
गोष्ठी को समाजसेवी वीरेंद्र सिंह, डा० भस्माप्रसाद, किसान नेता राम सुरेश तिवारी काशी सिंह बगावत आदि ने भी संबोधित किया। अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए क्लब के अध्यक्ष प्रबंधक सूरजमणि पाण्डेय ने उपजिलाधिकारी तहसीलदार डीएफओ को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया और महामहिम राज्यपाल के नाम संबोधित एक ज्ञापन सौंपा गया।इस मौके पर मारूति नंदन, रामदुलारी पटेल, अधिवक्ता अजय कुमार सिंह, किसान नेता डीएस त्यागी आदि मौजूद थे।