⭕रिपोर्ट नरेश सैनी

🛑मथुरा – मुख्य चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में 29 अगस्त को नेत्रदान पखवाडा कार्यक्रम के अन्तर्गत कार्यशाला / गोष्ठी का आयोजन कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी सभागार में किया गया। कार्यक्रम मुख्य चिकित्सा अधिकारी मथुरा की अध्यक्षता में बृज हैल्थ केयर डा० श्राफ आई केयर इन्स्टीट्यूट वृन्दावन के सोजन्य से किया गया। कार्यशाला में जनपद के नेत्र चिकित्सकों एवं नेत्र परीक्षण अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा अजय कुमार वर्मा ने अपने सम्बोधन में कहा कि देश में लगभग 11 लाख दृष्टिहीन लोग कार्निया की प्रतीक्षा कर रहे है तथा प्रति वर्ष लगभग 25 हजार अच्छे परिणामों के लिए व्यक्ति की मृत्यु के छः से आठ घंटे के अन्दर नेत्रदान करना चाहिए। जिला अन्धता निवारण एवं दृष्टिहीनता अधिकारी डा० अशोक कुमार ने बताया कि कॉर्निया आखों की पुतली के ऊपर की पारदर्शी झिल्ली होती है जो कि चोट लगने या इन्फैक्शन या अन्य कारणों से धुधली एवं अपारदर्शी हो जाती है। इसका एक मात्र उपचार कॉर्निया प्रत्योरोपण है। नेत्र परीक्षण अधिकारी पीडी गौतम ने बताया कि नेत्रदान एक पुण्य का कार्य है, इससे अन्धे लोगो को रोशनी दी जा सकती है। इस महान दान के लिए अधिक से अधिक संख्या में आगे आना चाहिए ।