दौलतपुर (आजमगढ़) में नट समुदाय की शिक्षा के लिए कार्यक्रम का आयोजन।

✍️रिपोर्ट, अब्दुर्रहीम शेख़
🔴आजमगढ़, सरायमीर
अल फलाह फाउंडेशन एवं अल फारूक पब्लिक स्कूल (मुहज़्ज़पुर) के सहयोग से सीधा सुल्तानपुर से सटे दौलतपुर नट बस्ती में आज शिक्षा के विषय पर एक अद्भुत कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अल फारूक के मैनेजर डॉ ज़ीशान थे। इस अवसर पर अल फलाह फाउंडेशन द्वारा संचालित हुसैनिया पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे और उनके अभिभावक उपस्थित थे।अल फारूक पब्लिक स्कूल के प्रतिभागियों ने अपने हाथों में पोस्टर उठा रखे थे। जिसमें अलग-अलग भाषाओं में लिखा हुआ था, ”बेबसी को शूऊर आने दो,रहनुमा भी यहीं से निकलेंगे।”कार्यक्रम में शिक्षा पर चर्चा की गई। अल्फारूक पब्लिक स्कूल के प्रबंधक जीशान ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा इस संघर्ष में शामिल होने के लिए आजमगढ़ के सभी मदरसों सभी स्कूलों और शिक्षित वर्ग के लिए एक लंबे संघर्ष की आवश्यकता है।जामियातुलफ़लाह, इकरा पब्लिक स्कूल,मदरसा बैतुलूउलूम,आजमगढ़ पब्लिक स्कूल आदि शैक्षणिक संस्थान और जिले में प्रसिद्ध व्यक्तित्व और शिक्षित वर्ग को आगे आना होगा, नहीं तो स्थिति बहुत खराब और चिंताजनक है।उन्होंने आगे कहा कि ये बच्चे देश और राष्ट्र का भविष्य हैं, ये कल सेना, पुलिस और अन्य विभागों में सेवा के लिए जाएंगे जाकिर हुसैन ने एक बार फिर जिले की शिक्षा पर काम करने वाले सभी संगठनों सहित सभी शिक्षण संस्थानों के महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारों से हमेशा की तरह अपील की कि आप सभी नट समुदाय की शिक्षा के लिए आगे आएं, नहीं तो वे करेंगे उनके बीच कभी न हों। शर्मनाक और चिंताजनक खबर वायरल हो सकती है। बता दें कि अल फलाह फाउंडेशन पिछले 4-5 महीनों से पिछड़े मुसलमानों, खासकर नेट मुसलमानों (दौलतपुर,सीधा सुल्तानपुर आदि) की शिक्षा के लिए लगातार काम कर रहा है। इससे पहले अल-फलाह फाउंडेशन ने सीधा सुल्तानपुर नट के मुसलमानों के लिए काम किया और आज स्थिति थोड़ी बदल गई है। कार्यक्रम के अंत में अल-फारूक पब्लिक स्कूल ने कॉफी, बिस्कुट, पेन, बाल दिए।मुहम्मद कासिम,अब्दुल रहीम,आदिल शेख, हाफिज अबू हुरैरा,रहमान अब्दुल रहीम, शगुफ्ता, शिफा मरियम,उज़्मा नसीम,आयशा, सादिया,आजम तबरेज, मिराज,सद्दाम,मुहम्मद डेभा,भेदु आदि प्रोग्राम में उपस्थित थे।