सीएम कॉलेज दरभंगाप्रधानाचार्य प्रो विश्वनाथ झा की अध्यक्षता में डा अमरेन्द्र शर्मा मुख्य वक्ता के रूप में तथा प्रो गोकुलानंद चौधरी ने मुख्य अतिथि के रूप में रखे विचार

संचार तकनीक हेतु अत्यंत महत्वपूर्ण अंग्रेजी भाषा में ज्ञान का अनंत स्रोत- प्रो वविश्वना

अंग्रेज़ी भाषा की महत्ता सार्वदेशिक एवं सार्वकालिक, सेमिनार भाषा शिक्षण-पद्धति की दिशा में सार्थक प्रयास- डा अमरेन्द्र

हमारी पूर्व शिक्षण-पद्धति बेहतरीन, क्योंकि उसमें छात्रों व शिक्षकों के बीच था आत्मीय संबंध- प्रो गोकुलानन्द*

महाविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह-2021 के अवसर पर सेमिनार का आयोजन प्रासंगिक- प्रो इंदिरा झा*
वर्तमान समय में स्नातकोत्तर करने के बाद भी छात्रों की भाषा पर समुचित पकड़ नहीं हो पाती है, जिसका कुछ दोष हमारी शिक्षा- पद्धति का भी है। अंग्रेजी भाषा की महत्ता सार्वदेशिक एवं सार्वकालिक है। आज का सेमिनार भाषा शिक्षण-पद्धति की दिशा में एक सार्थक प्रयास है। उक्त बातें सी एम कॉलेज, दरभंगा के स्थापना दिवस समारोह- 2021 के अवसर पर आयोजित महाविद्यालय के ‘इंग्लिश लिटरेरी सोसायटी’ के तत्वावधान में “नए परिप्रेक्ष में अंग्रेजी भाषा शिक्षण- पद्धति” विषयक सेमिनार में मुख्य वक्ता के रूप में महाविद्यालय के पूर्व अंग्रेजी के प्राध्यापक डा अमरेंद्र शर्मा ने कहा। उन्होंने कहा कि भाषा सीखने का मतलब छात्रों की शुद्ध- शुद्ध बोलने, लिखने, सुनने तथा पढ़ने की चारों दक्षता प्राप्त होना है। अंग्रेजी भाषा ज्ञान से छात्रों में समालोचनात्मक दृष्टिकोण का विकास हो,जिसके लिए कार्टून के माध्यम से भी उनकी भाषा की कुशलता को विकसित करना लाभदायक होगा। भाषा हमारी बुनियाद है, जिसके माध्यम से हम साहित्य को बेहतर समझ पाते हैं। आज भाषा के बिना संभ्रांत लोगों में भी खोखलापन दिखता है।
अध्यक्षीय संबोधन में प्रधानाचार्य प्रो विश्वनाथ झा ने कहा कि ज्ञान- समाज तथा ज्ञान-अर्थव्यवस्था के वर्तमान दौर में साधारणतः संचार तकनीक की दृष्टि से अंग्रेजी भाषा अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह ज्ञान का अनंत स्रोत है। महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को अंग्रेजी भाषा शिक्षण-पद्धति के बदलते स्वरूप पर आयोजित यह सारगर्भित विचार-विमर्श अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा।
ऑनलाइन माध्यम से जुड़े मुख्य अतिथि के रूप में महाविद्यालय के पूर्व अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रो गोकुलानंद चौधरी ने कहा कि हमारी पूर्व शिक्षण-पद्धति बेहतरीन थी, क्योंकि उसमें छात्रों व शिक्षकों के बीच आत्मीय संबंध था,जबकि आधुनिक शिक्षण-पद्धति में मात्र औपचारिकता अधिक दिखाई पड़ती है। शिक्षक के बिना सोशल मीडिया से प्राप्त ज्ञान अधूरा तथा अर्द्धसत्य होता है। उन्होंने 1964 से 2000 ईस्वी तक सी एम कॉलेज में अपने लंबे शिक्षण-अनुभव की चर्चा करते हुए महाविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह-2021 की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
विषय प्रवर्तक के रूप में अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रो इंदिरा झा ने कहा की भाषा की महत्ता सब लोगों के लिए समान रूप से होती है जो हमारे बोलने और लिखने का माध्यम है। इसके लिखित एवं कथित दो रूप होते हैं। उन्होंने महाविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह-2021 के अवसर पर सेमिनार के आयोजन को छात्रोपयोगी एवं प्रासंगिक बताया।
कार्यक्रम में डा आर एन चौरसिया, डा तनिमा कुमारी,डा यादवेंद्र सिंह , डा संजीत कुमार झा,आकांक्षा निधि तथा राकेश प्रतिहस्त सहित 60 से अधिक अंग्रेजी के छात्र- छात्राएं उपस्थित थे।
अतिथियों का स्वागत करते हुए महाविद्यालय इंग्लिश लिटरेरी सोसायटी की अध्यक्षा प्रो मंजू राय ने कहा कि भाषा के सही प्रयोग नहीं होने से अर्थ का अनर्थ हो जाता है। भाषाई कुशलता को विकसित करने से छात्रों को काफी लाभ होगा। सोशल मीडिया के उपयोग से भी हम अपनी भाषा की शुद्धता को बढ़ा सकते हैं।
डा प्रीति कनोडिया के संचालन में आयोजित सेमिनार में धन्यवाद ज्ञापन डा मनोज कुमार सिंह ने किया,जबकि डा तनिमा कुमारी ने तकनीकी सहायता प्रदान की।