डॉ शशि कांत सुमन

मुंगेर । माओवादियों का दस्ता धरहरा प्रखंड के जंगली इलाको में पहूंच गया है। इसकी भनक मिलते ही पुलिस प्रशासन भी अलर्ट हो गयी है। रविवार की रात्रि भी मुंगेर जिले के नक्सल प्रभावित व धरहरा में नक्सली की जन्मस्थली सखौल गांव में सर्च अभियान के दौरान नक्सलियों व एसटीएफ के जवान के साथ मुठभेड़ हो गई। हालांकि इस मुठभेड़ के दौरान कोई हताहत नहीं हुआ। नक्सली बड़ी घटना के अंजाम देने की फिराक में प्रवेश दा के नेतृत्व में जुटी हुई थी। खुफिया विभाग के द्वारा जिले में नक्सलियों के जमे होने के साथ ही किसी बड़ी हिंसक घटनाओं को अंजाम दिये जाने की रिपोर्ट मिलने के उपरांत पुलिस प्रशासन नक्सलियों पर नकेल कसने के लिये धरहरा और हवेली खड़गपुर के जंगली इलाकों में सघन छापेमारी कर रही है। लेकिन अब तक पुलिस प्रशासन को कोई सफलता हाथ नहीं लगी है। इससे पूर्व भी पुलिसिया कार्रवाई में लखीसराय जिले के कजरा पहाड़ी में नक्सलियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ की भी घटना हुई थी। वहीं अमरासनी में हुई नक्सली मुठभेड़ में दारोगा भवेश कुमार शहीद हो गए थे। हाल के दिनों में नक्सली के विरुद्ध छेड़े गए अभियान में पुलिस ने नक्सली संगठन से जुड़े लोगों को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों में भेज का काम किया। एक के बाद एक हो रही नक्सली की गिरफ्तारी से नक्सली संगठन बौखलाई हुई। इसका जबाव देने के लिए धरहरा के पहाड़ी इलाकों में मारक दस्ता जुटी हुई है। धरहरा प्रखंड के सखौल में नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए जुटी थी। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस को सूचना मिली कि नक्सली संगठन धरहरा के पहाड़ी इलाकों में किसी घटना को अंजाम देने के लिए जुटी हुई है। इस सूचना के सत्यापन के बाद पुलिस प्रशासन ने सर्च अभियान चलाने का निर्देश दिया। और सर्च अभियान के दौरान पुलिस से नक्सलियों की मुठभेड़ हो गई। हालांकि अंधेरे का फायदा उठाते हुए नक्सली जंगलों की और भाग गए। नक्सली पंचायत चुनाव में खलल डालने के लिए के साथ पुलिस मुखबिर, पंचायत प्रतिनिधि भी नक्सलियों के निशाने पर है। नक्सली कई दिनों से धरहरा के विभिन्न जगहों की रेकी कर रही थी।जिला प्रशासन के द्वारा नक्सली संगठन से जुड़े लोगों को समाज के मुख्यधारा में लाने की कवायद शुरू की है। इस कवायद में पुलिस प्रशासन को भी सफलता मिली है। कई नक्सली ने जहां आत्मसमर्पण कर दिया, तो कई ने समाज के मुख्यधारा में भी लौट रहे है। पुलिस व जिला प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे समाज के मुख्यधारा में जोड़ने की कवायद से नक्सली संगठन में बौखलाहट में है। प्रशासन की इस कवायद को कमजोर करने के उद्देश्य से नक्सली संग़ठन किसी बड़ी हिंसक घटनाओं को अंजाम दिये जाने की फ़िराक में लगी है। करैली नरसंहार के बाद पुलिसिया करवाई के बाद कमजोर पड़ चुकी संगठन को मजबुत बनाने के कई राज्यों से नक्सली के पहुचने की चर्चा हो रही है। खूफिया विभाग भी पुलिस प्रशासन को मुंगेर,जमुई,लखीसराय,बांका में नक्सलियों के ओर से संभावित खतरे से सतर्क रहने की हिदायत दी है। नक्सलियों की गतिविधियों से यहां के ग्रामीणों में किसी बड़ी हिंसक घटना को अंजाम दिए जाने की आशंका से भय व्याप्त हो गया है। इस बावत एसपी जगुनाथ जला रेड्डी ने बताया कि नक्सलियों की हर गतिविधि पर पुलिस की पैनी नजर है। नक्सलियों के विरुद्ध लगातार छापेमारी की जा रही है।