(चौरसिया समाज की कलम से)

🔴जमालपुर — मुंगेर जिला चौरसिया कल्याण समिति के तत्वाधान में स्थानीय नयागाँव ठाकुरबारी रोड में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय चौरसिया दिवस महोत्सव प्रतिवर्षानुसार आन – बान – शान के साथ मंगलवार को शुरू हो गया। महोत्सव की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष पान पुत्र चौरसिया आशीष कुमार “अधिवक्ता” ने किया एवं संचालन कार्य मीडिया प्रभारी राजन कुमार चौरसिया कर रहे थे। इस अवसर पर प्रातः काल में नाग देवता के भव्य तस्वीर के साथ आसपास के सङको एवं गलियों में प्रभात फेरी निकाली गई, जो ठाकुरबारी रोड स्थित जिला कार्यालय में पहुंचकर एक सभा में बदल गई। जहां चौरसिया समाज के लोगों ने नाग देवता एवं पान पत्ता की पूजा अर्चना किया। राज्य एवं देश की सत्ता में अपना समुचित प्रतिनिधित्व करने की हुंकार भरते हुए सभा को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष पान पुत्र चौरसिया आशीष कुमार “अधिवक्ता” ने कहा कि आगामी नगर निकाय चुनाव में, जमालपुर शहर में हम चौरसिया भाइयों की अहम भूमिका रहेगी। हमें नगर निकाय चुनाव में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। राज्य में अस्सी हजार से भी अधिक आबादी एवं पूरे देश में चार करोड़ से भी अधिक आबादी वाले चौरसिया समाज अब राजनीति में भी अपना समुचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करेगी। चौरसिया समाज के लोगों को राजनीति में आगे आने का आवाहन करते हुए जिला महासचिव खड़कपुर निवासी सुबोध कुमार चौरसिया ने कहा कि चौरसिया जाति का इतना अधिक आबादी रहने के बावजूद हमारा एक भी सांसद नहीं तथा राज्य में मात्र एक विधायक है तथा इस जाति से आज तक कोई मंत्री नहीं बन पाया है। इसलिए सूवे व देश की सत्ता में आबादी के अनुरूप हिस्सेदारी पाने के लिए चौरसिया समाज को उठ खड़ा होने की आवश्यकता है। सेवानिवृत्त रेल अधिकारी विजय कुमार मंडल ने कहा कि चौरसिया जाति के लोग अपने टाइटल में चौरसिया, मंडल, मोदी, तिवारी, साहू, रावत, नागवंशी, जैसवार, पांडा, तमोली, बरई इत्यादि रखते हैं। इसलिए हमारी ताकत तथा संख्या का अंदाजा नहीं मिलता है। परंतु अब हमें एकजुट होने की आवश्यकता है। संरक्षक इंद्रदेव मंडल ने कहा जमालपुर क्षेत्र में भी हमारी आबादी बहुत अधिक है। मौके पर आशीष कुमार “अधिवक्ता”, सुबोध कुमार चौरसिया, विजय कुमार मंडल, इंद्रदेव मंडल, राजन कुमार चौरसिया, सुभाष चौरसिया, पृथ्वीराज चौरसिया, कार्यानंद मंडल, प्रवीण कुमार चौरसिया, चंदन मंडल, त्रिलोचन चौरसिया, अनिल मंडल, सर्वेश्वर चौरसिया, बंटी चौरसिया, रामचंद्र मंडल, मदन लाल मंडल सहित दर्जनों चौरसिया जाति के लोग मौजूद थे।