🟥महराजगंज
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रतनपुर पर कार्यरत संविदा कर्मी रामदयाल गौतम के द्वारा देवी देवताओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी तथा हिंदू धर्म के विरुद्ध काफी दिनों से चलाए जा रहे अभियान से क्रुद्ध होकर नौतनवा के तमाम लोगों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ अखिलेश यादव से मुलाकात कर उक्त कर्मी के खिलाफ सामाजिक भावनाएं भड़काने हिंदू धर्म के विरुद्ध संगठित अपराध का हिस्सा बनने कर्मचारी आचरण नियमावली का सीधा उल्लंघन करने अपने दायित्वों का निर्वहन न करने के संबंध में पुनः शिकायत करते हुए संविदा कर्मी रामदयाल गौतम को पद से हटाए जाने की मांग की। दीगर है कि अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद के अध्यक्ष सूर्य प्रकाश चतुर्वेदी तथा जिगिना निवासी शिवेंद्र कुमार यादव तथा सेखुआनी निवासी शत्रुघ्न सिंह के द्वारा उक्त आरोपी के खिलाफ नौतनवा थाने पर मुकदमा दर्ज करने हेतु प्रार्थना पत्र दिया गया था। तथा सीएमओ महाराजगंज से भी शिकायत की गई थी जिस पर रामदयाल गौतम को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रतनपुर से हटाकर सीएससी सदर पर भेज दिया गया किंतु शिकायत करता हूं नहीं से कर्मी के विरुद्ध उचित कार्रवाई ना बताते हुए उसके बर्खास्तगी की मांग की है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ अखिलेश यादव सभी आरोपों को साक्ष्य सहित दिखाए जाने पर अधीक्षक डॉक्टर अखिलेश यादव तथा अन्य स्टाफ द्वारा भी यह स्वीकार किया गया कि रामदयाल गौतम के द्वारा इस प्रकार के कृत्य करने पर कई बार उसे चेतावनी भी दी गई है किंतु उसकी आदत में कोई सुधार नहीं हो रहा है जिस पर सभी शिकायत कर्ताओं ने सार्वजनिक पद पर दुर्भावना से ग्रस्त ऐसे व्यक्ति की नियुक्ति को समाज विरोधी बताते हुए जांच कमेटी की रिपोर्ट जल्द से जल्द सीएमओ को सौंपने की बात कही गई। जांच कमेटी में स्वास्थ्य विभाग से 2 डॉक्टर रतनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात डॉक्टर अखिलेश यादव एवं डॉ राकेश कुमार वर्तमान में एसीएमओ महाराजगंज के पद पर तैनात है तथा उप जिलाधिकारी नौतनवा के साथ तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। जिस पर तीन दिन में रिपोर्ट दिया जाना था किंतु अभी तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपजिलाधिकारी नौतनवा को इस बात की जानकारी भी नहीं दी गई है कि इस प्रकार की जांच कमेटी में उनका नाम है इससे समझा जा सकता है कि उस कर्मी के खिलाफ लगे गंभीर आरोपों के प्रति जांच की प्रगति कितनी ढीली है। शिकायतकर्ताओं के द्वारा जांच समिति के सदस्य एसीएमओ डॉ राकेश कुमार से भी बात कर मामले की गंभीरता को व्यक्त करते हुए ऐसे कर्मी के विरुद्ध बर्खास्तगी की कार्रवाई करने की संस्तुति करने का अनुरोध किया गया जिससे कि इस तरह के असामाजिक कृत्यों पर प्रभावी रोक लगाई जा सके।