✍️अब्दुल गफ्फार खान की रिपोर्ट
🔴गोरखपुर(ब्रह्मपुर)
दिव्यांग बच्चों को प्राथमिक कक्षाओं से पूर्व ही पहचान कर उनकी समस्याओं को नियंत्रित अथवा दूर किया जा सकता है। उक्त बातें डा0 प्रवीण कुमार जायसवाल एआरपी ने ब्लॉक संसाधन केंद्र ब्रह्मपुर के सभागार में प्रशिक्षण के दौरान कही। वह शनिवार को दिव्यांग बच्चों की पहचान हेतु आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के एक दिवसीय प्रशिक्षण में बतौर मुख्य प्रशिक्षक संबोधित कर रहे थे।
प्रशिक्षण की शुरुआत आंगनवाड़ी सुपरवाइजर बिरजा देवी एवम् विमला देवी ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर किया। सरस्वती वंदना जया पांडेय एवम् प्रतिभा सिंह ने प्रस्तुत किया।
स्पेशल एजुकेटर राजेश पाल ने दिव्यांगता के प्रकार पर प्रकाश डाला। जबकि अमित कुमार चौहान एआरपी ने दिव्यांगता के पहचान हेतु प्रपत्र को भरने का तरीका बताया।
डा0 प्रवीण कुमार जायसवाल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत दिव्यांग बच्चों से संबंधित जानकारी एवम् दिव्यांग बच्चों के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को विस्तार से बताया। अंत में विरजा देवी सुपरवाइजर ने सभी कार्यकत्रियों को दिव्यांग बच्चों के पहचान हेतु पूरे मनोयोग से लग जाने का आह्वान किया।ताकि समय से ऐसे बच्चों की पूरी मदद की जा सके। इस प्रशिक्षण में ममता सिंह,वहीदा खातून, अनीता,उर्मिला,प्रमिला,गीता,सरोज यादव, रीना एवम् रेनू चौरसिया सहित 110 आगनवाड़ी कार्यकर्त्री उपस्थित रहीं।