16 जुलाई से चल रहे अभियान के दौरान चिन्हित किये गए 250 मरीज

✍️उमानाथ यादव
🔴रायबरेली, 30जुलाई 2022 । जिले में 16 जुलाई से दस्तक अभियान चलाया जा रहा है । इसके तहत आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर पहुँचकर बुखार, टीबी के मरीजों और कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर रही हैं । इस दौरान अब तक 250 मरीज चिन्हित किये गए, जिनका उपचार शुरू कर दिया गया है । इसके साथ ही स्वच्छता अभियान के जरिये साफ-सफाई के प्रति जागरूक किया जा रहा है । यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेंद्र सिंह ने दी ।

जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) भीखुल्लाह ने कहा कि दस्तक अभियान का मुख्य उद्देश है कि लोगों को बीमारियों से सुरक्षित बनाना। इसके लिए लोगों को जरूरी टिप्स दिए जा रहे हैं, जैसे -दूषित पानी पीने से बचें और घर व आस-पास साफ़-सफाई का पूरा ख्याल रखें । सर्वे टीम, आशा/संगिनी एवं आँगनबाड़ी कार्यकर्ता, नगर विकास, राजस्व व शिक्षा विभाग मिलकर दस्तक अभियान को सफल बनाने में जुटे हैं । अभियान के 12 दिनों में आशा कार्यकर्ताओं ने 442594 गृह भ्रमण के दौरान जिले में बुखार के 173 मरीज साथ ही आठ लोग कोविड प्रभावित पाये गए हैं | क्षय रोग से पीड़ित 69 रोगी व कुपोषित 205 बच्चों को चिन्हित किया गया है।
डीएमओ ने कहा कि दस्तक अभियान के तहत आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर स्वास्थ्य संबंधी खांसी-जुकाम जैसे लक्षण वाले मरीजों के साथ ही मलेरिया, डेंगू संक्रामक बीमारियों के मरीजों की तलाश कर रही हैं| सर्वे के दौरान संभावित मरीज मिलने पर
जांच कराई जा रही है| यदि रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, तो तत्काल उन्हें उपचार दिया जाएगा।
दस्तक अभियान के दौरान लोगों को साफ-सफाई के प्रति जागरूक किया जा रहा है | घर के आस-पास खुला नाला या पानी है तो आशा कार्यकर्ता को जानकारी दें| यह भी बताया जा रहा है कि घर की छतों पर पड़े निष्प्रयोज्य टायर, बर्तन, गमले आदि में बारिश का पानी जमा न होने पाए क्योंकि इससे मच्छर पनपते हैं और वही बीमारियाँ फैलाते हैं ।