बस्ती, 12 जुलाई दस्तक अभियान का आगाज सोमवार से हुआ। इस अभियान में आशा घर-घर जाकर चार बिन्दुओं पर रिपोर्ट तैयार करेंगी। परिवार के लोगों की स्वास्थ्य संबंधी जानकारी लेने के साथ ही वह एईएस/जेई, कोविड आदि बीमारियों से बचाव के प्रति जागरूक करेंगी। घरों पर बीमारी से बचाव संबंधी स्टिकर भी चिपकाए जाएंगे।
जिला मलेरिया अधिकारी आइए अंसारी ने बताया कि दस्तक अभियान 12 से 25 जुलाई तक चलेगा। इस अभियान में कुल 2268 आशा व 2655 आंगनबाड़ी वर्कर्स को लगाया गया है। इनके कार्यो की मॉनीटरिंग के लिए उपकेंद्रवार सुपरवाईजर लगाए गए हैं। ब्लॉकों पर तैनात बेसिक हेल्थ वर्कर्स, हेल्थ सुपरवाईजर, एचईओ को इस काम में लगाया गया है।
उन्होंने बताया कि आशा से चार तरह की रिपोर्ट बनाने को कहा गया है। इसमें बुखार, आईएलआई, टीबी के लक्षण वालों की पहचान की जाएगी। इसी के साथ घर में अगर कोई कुपोषित बच्चा है तो उसकी भी पहचान कर उसकी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। रिपोर्ट एएनएम के माध्यम से सीएचसी को प्रेषित की जाएगी। जिला स्तर पर सभी रिपोर्ट कंपाईल की जाएगी। चिन्ह्ति मरीज व कुपोषित का इलाज कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस बार के दस्तक अभियान में टीबी व कुपोषित बच्चों को चिन्ह्ति करने का कार्य शामिल किया गया है। कुपोषित व टीबी रोगी के अन्य बीमारियों से जल्द ग्रसित होने की संभावना ज्यादा होती है। ऐसे में इन मामलों में कमी लाकर कई बीमारियों के फैलाव को रोका जा सकता है। संचारी रोग माह के तहत गांव को स्वच्छ बनाने, पीने का शुद्ध पानी मुहैया कराने व दवा आदि का छिड़काव किया जा रहा है। लोगों को एईएस व जेई के प्रति जागरूक कर इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए विशेष रूप से दस्तक अभियान हर साल संचालित किया जाता है।