(✍️सूर्ज मणिपाडेय ब्यूरो चीफ बाराबंकी )

🟥बाराबंकी ।राम सनेही घाट प्राप्त जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत नाथूपुर मे झील लगभग 40 बीघे की जिस पर भू माफियाओं का कब्जा है।संजय सिंह तहसीलदार द्वारा अपनी मौजूदगी में एक बार उसको खाली कराया गया था। किंतु उनके जाने के बाद से ग्राम पंचायत नाथूपुर चक रामपुर देवीगंज महू लारा हाजीपुर अशरफ पुर रसूलपुर खजूरी महफूज मे भू माफियाओं द्वारा कब्जा किया गया है। यहां तक कि दुबई मे नौकरी करने वालो द्वारा खलिहान की सुरक्षित जमीन पर तीन तीन मंजिल की बिल्डिंग कायम कर लिया है ।अब देखना यह है। कि योगी सरकार का बुलडोजर इन सरकारी जमीनों को खाली कराने में कामयाब होता है या नहीं-?- ग्राम पंचायतों में सरकारी तालाबो गूर गड्डो चक मार्गो नाली खेल का मैदान विद्यालय की भूमि शमशान अस्पताल की भूमि पंचायत भवनों की भूमि पर अवैध अतिक्रमण संजय सिंह तहसीलदार के जाने के उपरांत पुनःअतिक्रमण कर लिया गया हैं। लाख कोशिश सुप्रीम कोर्ट हाईकोर्ट के करने एवं उत्तर प्रदेश सरकार भी समय समय पर अपना शासनादेश जारी कर रही है। किंतु उसका अनुपालन मातहत कर्मचारी मौके पर नहीं करा पा रहे हैंआखिर क्यों-?- जिसके कारण आम जन मानस को काफी असुविधा एवं दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। और तालाबों की स्थिति बदतर होती नजर आ रही है। कि लोग उसे पाट- पाट कर उसमें मकान बना रहे हैं। उसमें खेती कर रहे हैं। जिससे वर्षा का पानी एकत्र नहीं हो पाता है ।और जानवर व पशु जल पीने के लिए त्राहिमाम कर रहे हैं। इस संबंध में कई बार तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में ग्राम सभाओं से शिकायती प्रार्थना पत्र दिए गए हैं।  जिम्मेदार अधिकारी मौन धारण किए हुए हैं या तो किसी दबाव के कारण उन पर कोई कार्यवाही नहीं कर पा रहे अब क्या कारण है की  से खाली नहीं हो पा रही है । आखिर क्यों-?- जिससे उत्तर प्रदेश सरकार बदनाम हो रही है। जबकि पूर्व विधानसभा चुनाव के दौरान योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में आम जनमानस के समक्ष यह कहकर वोट मांगा कि बाबा का बुलडोजर खड़ा है। चलना चाहिए या नहीं-?- इसी बात को लेकर के जनता ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में उनका साथ दिया। लेकिन नौकरशाही तंत्र एवं कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त होने के कारण सफेद हाथी साबित हो रहा है। क्योंकि पूर्ववर्ती सरकारों में भी भू माफिया पूरी तरह से हावी रहे हैं। और इस सरकार में भी भूमाफिया पूरी तरह से हावी है।जब की पत्रांक 208 एच डी जल संचयन 2019 दिनांक 1 अगस्त 2019 द्वारा डॉक्टर आदर्श सिंह जिला अधिकारी बाराबंकी ने एक आदेश निर्गत किया था। किंतु 2019 से लेकर के अब तक तहसील राम सनेही घाट पर उप जिलाधिकारी एवं तहसीलदार की कुर्सी पर तैनात अधिकारीगण उस आदेश का अनुपालन कराने की जहमत आज तक नहीं उठा सके है। इस परिपेक्ष में फर्जी रिपोर्ट बना करके जिला अधिकारी एवं शासन को भेज दी जाती है।आखिर क्यों-?- यदि मौके पर वास्तविक जांच कराई जाए तो कागज पर कुछ है और मौके पर काफी भिन्नता नजर आ रही है। क्या इस तरह के आदेशों की
खानापूर्ति कागजों पर करने के बाद देश एवं समाज का हित सुरक्षित रहेगा या नहीं।