🟥धनघटा/संत कबीर नगर।
धनघटा तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत झिंगुरापार के पुरवा रौजा स्थित नीर पोखरे पर रौजा गांव निवासी एक व्यक्ति ने वर्षों से जबरन पशु शेड डालकर अपना कब्जा जमाकर अतिक्रमण किए हुए था। जिसकी शिकायत तहसील प्रशासन से लिखित रूप में की गई थी। जिसका त्वरित संज्ञान लेते हुए तहसील प्रशासन एक माह पूर्व ही मौके पर अतिक्रमण हटवाने के लिए गए हुए थे।
ग्राम प्रधान फ़ीरोज़ ख़ान ने अतिक्रमण हटवाने के लिए स्वयं एक सप्ताह की मोहलत मांगी थी। तहसीलदार श्री रत्नेश तिवारी ने ग्राम प्रधान को मोहलत देकर अतिक्रमण हटवा लेने का सख्त निर्देश दिया था।
ग्राम प्रधान द्वारा मोहलत मांगने के बाद भी जब अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो शिकायतकर्ता पुनः तहसील प्रशासन से लिखित शिकायत किया। जिसका त्वरित संज्ञान लेते हुए तहसीलदार श्री रत्नेश तिवारी मय पुलिस फोर्स जेसीबी के साथ अतिक्रमण स्थल पर पहुंच गए।और तत्काल अतिक्रमण हटवा दिया गया।
अतिक्रमण हटवाने में
तहसीलदार श्री रत्नेश तिवारी,नायब तहसीलदार,हल्का लेखपाल सुनील प्रजापति, लेखपाल विरेन्द्र यादव आदि शामिल रहे हैं।
टेलीफोनिक बात-चीत में इस कार्रवाई से शिकायतकर्ता अकरम खान व कुछ ग्रामीणों ने ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ग्राम प्रधान के विरुद्ध प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। ग्राम प्रधान द्वारा ही अभी तक अतिक्रमणकारी को संरक्षण देने का काम किया जाता रहा है। शिकायतकर्ता अकरम खान ने तहसील प्रशासन से यह भी मांग किया है कि अतिक्रमण की पुष्टि हो जाने के बाद अतिक्रमणकारी असलम के विरुद्ध राजस्व संहिता की धारा 67(1)की कार्रवाई के साथ साथ हर्जाना भी वसूल किया जाय।
शिकायतकर्ता ने तहसील प्रशासन को धन्यवाद भी दिया है कि उक्त के द्वारा बिना किसी दबाव में निष्पक्षता से अतिक्रमण हटवाने की कार्रवाई की गई है।