✍️नरेश सैनी

निंदनीय गोरखपुर की तरह प्राचार्य और शिक्षकों को पिटाई की धमकी से डरेंगे नहीं:प्राचार्य

🟥मथुरा – बी एस ए कॉलेज में कुछ तथाकथित छात्र नेताओं एवं असामाजिक तत्वों के प्रेस नोटों के आधार पर आपके समाचार-पत्रों व मीडिया चैनलों पर महाविद्यालय के सम्बन्ध में भ्रामक खबरें प्रकाशित एवं प्रसारित की गई है। इस सम्बन्ध में महाविद्यालय के महामना मालवीय सभागार में एक प्रेस वार्ता का आयोजित की गई जिसमें विगत दिनों प्रकाशित व प्रसारित खबरों का महाविद्यालय परिवार द्वारा एक मत से खण्डन किया गया है। चूँकि महाविद्यालय के द्वारा विगत 18 माह में शिक्षा व सह-शैक्षिक क्षेत्रों में अद्वितीय विकास किया गया है एवं महाविद्यालय में असामाजिक तत्वों के तथाकथित बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगानी गई है। इससे क्षुब्ध होकर ये तथाकथित नेता व असामाजिक महाविद्यालय की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं। महाविद्यालय में नियमानुसार निर्धारित शुल्क लिया जा रहा है जिसकी रसीद छात्र-छात्राओं को प्रदान की जा रही है। कुछ बाहरी असामाजिक तत्वों द्वारा इन रसीदों के साथ हेर-फेर करके महाविद्यालय के छात्रों को भ्रमित करने का प्रयास किया गया एवं महाविद्यालय परिसर में विश्वविद्यालय परीक्षाओं के दौरान शोर-शराबा एवं महाविद्यालय कर्मचारियों से अशिष्ट व्यवहार किया गया। जिसकी तहरीर 7 अगस्त को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं कोतवाली प्रभारी को दे दी गई। महाविद्यालय शुल्क विश्वविद्यालय परीक्षा शुल्क, व्यावसायिक प्रशिक्षण शुल्क एवं रेंजर रोवर्स शुल्क की सुस्पष्ट रसीद सभी विद्यार्थियों को प्रदान की गई है किन्तु बाहरी असामाजिक तत्वों ने इन रसीदों में अंकित राशि को स्कैनिंग व फोटो स्टेट द्वारा बदलकर छात्र एवं मीडिया को गुमराह करने का प्रयास किया है जो कि आपराधिक षडयन्त्र की श्रेणी में आता है। संज्ञान में आया है कि असामाजिक तत्वों द्वारा महाविद्यालय की प्रशासनिक खण्ड को बम से उड़ाने की धमकी दी गई एवं शिक्षकों एवं कर्मचारियों से गोरखपुर विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति व रजिस्ट्रार की भाँति पीट-पीट कर दौड़ाने की धमकी दी गई। इन असामाजिक तत्वों द्वारा विभिन्न कक्षाओं में जबरदस्ती प्रवेश न लेने पर महाविद्यालय के लिपिकों को देख लेने की धमकी एवं गाली-गलौज की गई। महाविद्यालय के सभी शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्र-छात्रायें इन असामाजिक तत्वों के महाविद्यालय में 7 अगस्त को किये गये उपद्रव की 9 अगस्त को मीटिंग कर कड़े शब्दों में भर्त्सना व निन्दा की गई।
संज्ञान में यह भी आया है कि बाहरी तत्वों ने बी.एस.सी. द्वितीय सेमेस्टर के एक छात्र को कूट रचित रसीदों के आधार पर दिग्भ्रमित कर उसे वाट्सएप ग्रुप का एडमिन बनवाया एवं महाविद्यालय के विरूद्ध उस वाट्स एप ग्रुप के द्वारा महाविद्यालय प्रशासन के विरूद्ध उकसाया गया उक्त छात्र द्वारा इसकी शिकायत प्राचार्य एवं थाना प्रभारी को की गई है। यह भी ज्ञात हुआ है कि पूर्व में बाहरी असामाजिक तत्त्वों द्वारा छात्रों से पैसे वसूल कर प्रवेश कराये गये थे। मेरे कार्यभार ग्रहण करते ही उक्त परिपाटी को पूर्णतः प्रतिबन्धित कर दिया गया जिससे क्षुब्ध होकर बाहरी असामाजिक तत्वों द्वारा अनावश्यक दुष्प्रचार किया जा रहा है।