रायबरेली। पाकिस्तान से कथित कनेक्शन होने की बात कहकर उत्तर प्रदेश एटीएस व दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने ऊंचाहार थाना क्षेत्र के सलेमपुर भैरव गांव से एक कथित अधेड़ को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। कथित आतंकी मूलचंद श्रीवास्तव उर्फ़ साजू के गिरफ्तारी के बाद पूरे गांव में परिवार में सन्नाटा पसरा हुआ है। परिजनों का कहना है कि पुलिस ने गलत तरीके से साजू को उठाया क्योंकि वह गांव छोड़कर कभी गया ही नहीं।ऊंचाहार थाना क्षेत्र के सलीमपुर भैरों उर्फ अकोड़िया गांव के रहने वाले मूलचंद श्रीवास्तव उर्फ साजू के घर पर सन्नाटा पसरा है। मंगलवार सुबह ही एटीएस ने साजू को आतंकी गतिविधियों में लिप्त रहने व पाकिस्तान से आतंकी कनेक्शन होने के मामले में घर से उठाया था। जब से साजू को एटीएस ले गई तबसे घर मे ही नही बल्कि पूरे गांव में मातम सा पसरा है। ऊंचाहार पुलिस के जवान गांव में केंप किये हैं जिससे कोई अप्रिय घटना या अशांति न फैलने पाए।साजू गिरफ्तारी के बाद पत्नी अवाक है और विश्वास तक नही हो रहा है कि उसके पति के साथ इस तरह की घटना घटी। साजू इंटर तक पढ़ा है और उसके दो बच्चे हैं। बेटा गयरहवीं में और बेटी नवीं में पढ़ती है। उसका कहना है कि साजू कभी बाहर नहीं गया। गांव में रह कर ही खेती बाड़ी करता है। सुधा की मानें तो उसने कभी किसी संदिग्ध व्यक्ति से न तो कभी बात की है और न ही उसके पास एंड्राइड फ़ोन है।पत्नी सुधा कहती हैं पति की गिरफ्तारी से बच्चों की शिक्षा पर असर पड़ेगा।साजू के भाई पुत्तू श्रीवास्तव और पत्नी सुधा श्रीवास्तव की माने तो सुबह 4 लोग आए और बताया कि हम लोग कालोनी में फर्नीचर लगाने वाले हैं। साजू को बुलाओ। जैसे ही हम लोगों ने साजू को बुलवाया तब तक सादी वर्दी में और भी लोग आ गए और कहा लड़की का मामला है हम इसे ले जा रहे हैं। जिस तरह उन्हें आतंकी बताया जा रहा है वह गलत है।

आतंकी गतिविधियों में संलिप्त होने के आधार पर कथित साजू उर्फ मूलचंद श्रीवास्तव को एटीएस को दिल्ली पुलिस ने उठाया था। उसी गांव से जमील पुत्र साबिर सेठ उम्र लगभग 25 साल को भी एटीएस ने उठा लिया था लेकिन उसके नाम का खुलासा अभी तक ना तो दिल्ली पुलिस ने किया है और ना ही उत्तर प्रदेश की एटीएस ने ।

जबकि जमील शेख व मूलचंद उर्फ साजू श्रीवास्तव के साथ ही पुलिस ने उठाया था। जमील के परिजन व पड़ोसियों का साफ कहना है जमील नशे का आदी तो जरूर था लेकिन इस तरह के किसी भी संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त नहीं था। वह पड़ोसियों की मदद करता था और मजदूरी करके अपना घर चलाता था। फिलहाल एटीएस व दिल्ली पुलिस ने सलेमपुर भैरो से उठाया 2 लोगों को जिसमें साजू व जमील शामिल है लेकिन नाम उजागर सिर्फ अभी तक सिर्फ साजू का ही हुआ है। जमील के पीछे पुलिस की क्या मंशा है यह तो कुछ समय बाद बीतने के ही पता चल पाएगा।