✍️विनय कुमार गुप्ता

🔴प्रतिनिधि रुद्रपुर देवरिया
शनिवार को जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने आज पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा के साथ तहसील रुद्रपुर अन्तर्गत ग्राम सेमरौना में चार कार्य परियोजनाओं यथा- बहुद्देशीय पंचायत भवन, आंगनवाड़ी केन्द्र, अन्त्येष्टि स्थल एवं निर्माणाधीन अग्निशमन केन्द्र का निरीक्षण किया। निर्माण कार्यो में भ्र्ष्टाचार उजागर हुआ नाराजगी जतायी। अवर अभियंता तेज बहादुर पासवान को कडी फटकार लगायी। डीएम ने मौके पर ही डीपीआरओ के नेतृवत में तीन सदस्यी समिति गठित कर उसकी जांच आख्या तत्कालिक रुप में उपलब्ध कराये जाने का निर्देश जिसपर मौके पर ही जांच टीम ने सभी स्थलों की जांच की है।साथ ही विभागीय अनुशासनात्मक कार्यवाही किये जाने का भी डीएम ने निर्देश दिया।
जिलाधिकारी श्री सिंह ग्राम सेमरौना के राष्ट्रीय ग्राम स्वराज योजना के तहत निर्मित बहुद्देशीय पंचायत भवन का निरीक्षण किया। इस दौरान पाया गया कि भारत सरकार द्वारा 08 कमरो की डिजाइन तय की गयी है, इसकी जगह मनमानी रुप से अपने स्तर पर परिवर्तन कर लिया गया है तथा 04 कमरे ही बनाये गये है, जिसमें काफी घटिया क्वालिटी के कार्य किये गये है। कमरो के खिडकियों के दरवाजे में प्लाइवुड के दरवाजे लगाये हुए पाये गये, जो अनियमितता का द्योतक है।
इसके उपरान्त इसी परिसर में निर्मित आंगनवाडी केन्द्र का भी निरीक्षण किया, जिसके निर्माण कार्य की गुणवत्ता काफी खराब पायी गयी। फर्श टूटे-फूटे व शौचालय नही बने हुए पाये गये। स्थापित इंडिया मार्का हैण्डपम्प की कच्ची नाली पायी गयी। परिसर में साफ-सफाई का आभाव था, जिसके लिए पंचायत सचिव शिशिर कुमार को कडी डाट लगायी।
जिलाधिकारी इस ग्राम पंचायत में ही निर्मित अन्त्येष्टि स्थल के निरीक्षण के दौरान पाया कि करीब 25 लाख रुपए के खर्चे से तैयार इस परियोजना की स्थिति भी काफी खराब है। उन्होने कहा कि शव को जलाने वाले स्थान में भी लूटपाट जैसे की गयी है। शौचालय ध्वस्त पडा है एवं टीन शेड टूटी पडी है। उन्होने कहा कि ऐसा लग रहा है, जिन्होने यह निर्माण कार्य कराया है, उसमें बंदरबाट व लूटखसोट की गयी है।
जांच कमेटी आज ही रिपोर्ट दे देगी और शासन से जिन लोगो का निलम्बन होना है, वह कराया जायेगा व मुकदमे लायक कार्यवाही भी की जायेगी।

जांच समिति में अधिशासी अधिकारी सिचाई दुर्गेश कुमार, डीपीआरओ अविनाश सिंह एवं सहायक अभियंता आरईडी स्वेता मौर्या को सम्मिलित करते हुए इन्हे मौके पर जांच किये जाने तथा आज ही सायं तक रिपोर्ट प्रस्तुत किये जाने के निर्देश के साथ भेजा। उन्होने कहा कि यह समिति लगाये गये मैटेरियल की गुणवत्ता व व्यय धनराशि का आकलन व परियोजना में की गयी अनियमितता की जांच कर अपनी स्पष्ट आख्या प्रस्तुत करेगी। संलिप्तों के विरुद्ध यथा स्थिति निलम्बन, मुकदमा दर्ज करने व विभागीय अनुशासनात्मक कार्यवाही करायी जायेगी।