बांसुरी की धुन पर डबल अरविन्द में एक पत्रकार डॉ अरविन्द वर्मा और दूजे पुलिस इंस्पेक्टर अरविन्द राम खूब थिरके

47वें फरकिया स्टेट महामूर्ख सम्मेलन में हुआ रंगारंग कार्यक्रम, कलाकार हुए सम्मानित

✍️ANA/Indu Prabha

🟥खगड़िया बिहार। ज़िला पदाधिकारी डॉ आलोक रंजन घोष को महा मूर्खाधिराज सम्राट और आरक्षी अधीक्षक अमितेश कुमार को मूर्खाधिराज की उपाधि की रेवड़ियां 47 वें फरकिया स्टेट महामूर्ख सम्मेलन के संस्थापक व वरिष्ठ पत्रकार अरुण कुमार वर्मा द्वारा वितरित करने की घोषणा होते ही हॉल में ज़िले के कोने कोने से आए मूर्खों की टोलियों ने तालियों की गड़गड़ाहट से श्याम लाल राष्ट्रीय विद्यालय,

हॉल का चदरा फटने की आवाज कुछ देर तक गूंजती रही। संस्थापक मूर्खाधिराज अरुण वर्मा ने डीडीसी सन्तोष कुमार को मूर्ख शिरोमणि, अनुमण्डल पदाधिकारी अमित अनुराग को बुलडोजर मूर्ख, डीएसपी सुमित कुमार को कड़क मूर्ख, आरपीएफ इंस्पेक्टर अरविन्द राम को डोनर मूर्ख, वरिष्ठ पत्रकार सह कलाकर डॉ अरविन्द वर्मा को बेधड़क मूर्ख, समाज सेवी सुरेश पोद्दार को हतोशो मूर्ख, कलाकार सतीश आनंद को आशिकी मूर्ख, मधुबाला को बिंदास मूर्ख, राकेश आचार्य को मुर्खाचार्य की उपाधि से अलंकृत किया। इसके अलावा दर्जनों पत्रकारों, समाज सेवियों, कलाकारों, व्यवसाइयों को भी मूर्खों की उपाधि दी गई। आयोजन समिति के अध्यक्ष सह मंच संचालक डॉ अरविन्द वर्मा ने एक से बढ़ कर एक मनोरंजक व आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम को क्रमबद्ध तरीके से कलाकरों की कला को प्रदर्शित कराकर मूर्ख दर्शकों व श्रोताओं को उछल उछल कर हंसने और तालियां बजाने को बाध्य कर दिया। शहर के कई चौराहे पर लगे ध्वनि विस्तारक यंत्रों से प्रसारित हो रहे कार्यक्रमों का हॉल के बाहर अपने अपने व्यवसाय में लगे व्यवसायियों, बाज़ार में खरीदारी कर रहे लोगों के साथ साथ वाहन चालकों तथा रेल यात्रियों ने भी

खूब आनन्द उठाया। प्रकाश प्रसाद द्वारा प्रस्तुत बांसुरी की धुन पर डबल अरविन्द , जिसमें एक मंच संचालक डॉ अरविन्द वर्मा तथा दूसरे आरपीएफ पुलिस इंस्पेक्टर अरविन्द राम थिरकते रहे। प्रसिद्ध नाल वादक देवेन्द्र पटेल ने बांसुरी की धुन को और अधिक मनोरंजक बना दिया।दोनों अरविन्द की जोड़ी का डांस काफ़ी चर्चित हुआ। मां मनसा संगीत महाविद्यालय की संचालिका चम्पा राय के निर्देशन में बाल कलाकारों के गीत, संगीत, नृत्य की रिकार्डिंग डांस को देख फूले नहीं समाए। कलाकरों में एंजल, रावी, शांभवी(1), शांभवी (2), आरोही तथा सिमर परी के नाम उल्लेखनीय हैं। डेंजरस डांस कम्पनी के डायरेक्टर सुमित कुमार के निर्देशन में प्रशांत पटेल, गोलू, हर्ष, बलजीत, शिवांश, रवि तथा सौरभ की सामूहिक नृत्य की प्रस्तुति खूब तालियां बटोरी। बिहार सरकार के कला संस्कृति मंत्री द्वारा स्टेट ब्राउंस मेडलिस्ट वर्षा एवं अनुष्का की जोड़ी जो आकर्षक परिधानों से सुसज्जित थी ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को चकाचौंध कर दी। अन्य कलाकारों में मधुबाला, चम्पा राय, महेश शर्मा, भाव्या, वैष्णवी, विनोद जायसवाल, मक्खन साह, राजा वर्मा आदि शामिल थे। हास्य व्यंग कविता का पाठ करने वाले कवियों एवं कवयित्रियों में संगीता कुमारी और सूर्य नारायण पासवान थे। हास्य की गंगोत्री में डुबकी लगानेकवियों मंच संचालक डॉ अरविन्द वर्मा, पुलिस इंस्पेक्टर अरविन्द वर्मा, तितली भारती, अरुण वर्मा, सुरेश पोद्दार, किरण देव यादव, प्रमोद केडिया, राम पुनीत मंडल तथा पूर्व सैनिक प्रिंस कुमार को चादर भेंट कर सम्मानित किया गया। महासम्मेलन में वरिष्ठ पत्रकार शैलेन्द्र तरकर, सूर्य नारायण भारती, रवि चौरसिया, ब्रजेश विभु, सुरेश नायक, मोo इरफान, बिहार कांग्रेस कमेटी की महासचिव इशरत खातून, ज़िला जदयू के अध्यक्ष बबलू मंडल, ज़िला जेडीयू किसान सेल के ज़िला प्रवक्ता ऋषभ कुमार, भाजपा के नेता देशबंधु पटेल, मनाई प्रखंड कांग्रेस की अध्यक्ष प्रतिभा कुमारी, मधु पटवा, उमेश ठाकुर, पांडव कुमार, राकेश शास्त्री, संजय शर्मा, चंद्रशेखर मंडल तथा गौतम भईया, कोमल कुमारी, रीना कुमारी, पूनम देवी, रुपम कुमारी, राज कुमार गोस्वामी तथा कौशल्या देवी सहित दर्जनों गणमान्य लोग मौजूद थे।उल्टे तबे पर रखे भोथे हंसुआ से लाल फीता काट कर पुलिस इंस्पेक्टर अरविन्द राम ने उद्घाटन कर औपचारिकता पूरी की। महिला सशक्तीकरण का पूरा प्रभाव सम्मेलन में दिखा क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस भी तो था।