🔴दरभंगा

*सीएम कॉलेज, दरभंगा के प्रधानाचार्य डा फुलो पासवान को “डा अंबेडकर सम्मान- 2022” से किया गया सम्मानित*

*डा अंबेडकर के मूल तीन सिद्धांतों- शिक्षा, संगठन एवं संघर्ष से होगा समाज का सम्यक् विकास- डा फुलो*

*आधुनिक भारत के निर्माता डा अंबेडकर महान विचारक, समाजशास्त्री, सुधारवादी एवं दूरदर्शी महापुरुष- प्रो विश्वनाथ*

*क्विज, रंगोली व पेंटिंग प्रतियोगिता में सफल 30 छात्र- छात्राओं का प्रमाण पत्र, मेडल व मोमेंटो से किया गया सम्मानित*

*विपरीत परिस्थिति में भी डा अंबेडकर ने संघर्ष के द्वारा रिकॉर्ड तोड़ ऐतिहासिक कार्य किया- डा चौरसिया*
डा प्रभात दास फाउंडेशन, दरभंगा तथा डा अंबेडकर मॉडल स्कूल, बाजितपुर- किलाघाट, दरभंगा के संयुक्त तत्वावधान में अंबेडकर जयंती की पूर्व संध्या पर बाजितपुर मोहल्ला में जागरूकता रैली एवं सम्मान- समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें डा फुलो पासवान, प्रो विश्वनाथ झा, डा आर एन चौरसिया, सुषमा कुमारी, विजय कुमार पासवान, डा प्रेम कुमारी, उमा शंकर पासवान, राजकुमार गणेशण व हर्षित आर्यन आदि ने विचार व्यक्त किये।
समारोह में सी एम कॉलेज के प्रधानाचार्य डा फुलो पासवान ने मुख्य अतिथि के रूप में कहा कि तत्कालीन समाज में अंबेडकर को जाति- व्यवस्था व छुआछूत के कारण काफी कठिनाइयाँ झेलनी पड़ी, पर वे अमानवीय व्यावहारों को झेलते हुए भी अपने लक्ष्य को प्राप्त किये। उन्होंने सामाजिक परिवर्तन हेतु समानता के उद्देश्य से भारत का संविधान निर्मित किया। आज उनके बताए रास्ते पर चलने की जरूरत है। उनके बताएं तीन मूल सिद्धांतों- शिक्षा, संगठन और संघर्ष के बल पर ही समाज का सम्यक् विकास संभव है। बहुमुखी प्रतिभा के धनी अंबेडकर हमें शिक्षित होने तथा अपने अधिकार के प्रति जागरूक रहने की सीख दी।
मुख्य वक्ता के रूप में सी एम कॉलेज के संस्कृत विभागाध्यक्ष डा आर एन चौरसिया ने कहा कि डॉ अंबेडकर न केवल न्यायविद् व संविधान निर्माता थे, बल्कि दलितों के मसीहा, नारी शिक्षा के प्रवर्तक एवं सामाजिक समानता के अग्रदूत थे। वे समाज में गुण- कर्म के आधार पर हर तरह से समानता लाना चाहते थे। विपरीत परिस्थिति में भी डा अंबेडकर ने अपनी शिक्षा एवं संघर्ष के द्वारा रिकॉर्ड तोड़ ऐतिहासिक कार्य किया। वे सामाजिक परिवर्तन के अग्रदूत और हमारे प्रेरणा स्रोत हैं।
अध्यक्षीय संबोधन में सी एम कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य प्रो विश्वनाथ झा ने कहा कि आधुनिक भारत के निर्माता के रूप में डा अंबेडकर महान विचारक, समाजशास्त्री, सुधारवादी एवं दूरदर्शी महापुरुष थे। उन्होंने संविधान में सभी जाति- धर्म, वर्ग- संप्रदाय के लिए आवश्यक प्रावधान किया। आज पसीना बहाने वाले ही सच्चे समाजसेवी एवं अंबेडकरवादी हैं।
इस अवसर पर सी एम कॉलेज के प्रधानाचार्य डा फुलो पासवान को दोनों संस्थाओं की ओर से “डा अंबेडकर सम्मान- 2022” से सम्मानित किया गया।
प्रातः काल में बाजितपुर, महादौली, रत्नोपट्टी, किलाघाट आदि मोहल्लों में स्कूल के बच्चों एवं अभिभावकों को द्वारा जनजागरूता रैली का आयोजन किया गया। समारोह में क्विज, पेंटिंग एवं रंगोली प्रतियोगिता में सफल 30 छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र मेडल तथा मोमेंटो प्रदान कर हौसला अफजाई किया गया। हर्षित आर्यन के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में आगत अतिथियों का स्वागत विद्यालय के निदेशक उमा शंकर पासवान ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डा प्रेम कुमारी ने किया।