– मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बंद पड़े परियोजना का निरीक्षण किया जाना स्वागत योग्य

✍️डॉ शशि कांत सुमन

🔴मुंगेर। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मुंगेर आगमन के पश्चात मुंगेर के अति महत्वाकांक्षी परियोजना डकरा नाला का निरीक्षण अति सराहनीय कदम है। राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व प्रत्याशी अविनाश कुमार विद्यार्थी उर्फ मुकेश यादव ,प्रदेश महासचिव प्रमोद यादव ,जिला प्रवक्ता मंटू शर्मा ,पंचायती राज के प्रदेश महासचिव मनीष कुमार, एवं राजद के राज्य परिषद सदस्य शिशिर कुमार लालू ने मुख्यमंत्री के इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि डकरा नाला सिंचाई परियोजना मुंगेर के किसानों एवं आमजन का आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण परियोजना साबित होगा । आज जहां मौसम का जिस तरह से अनिश्चितता है, सही समय पर बारिश का ना होना जिसके कारण खरीफ एवं रबी फसलों में किसानों को सिंचाई के लिए काफी परेशानी उठानी पड़ती है। वैसे समय में यह सिंचाई परियोजना मुंगेर एवं लखीसराय के पंद्रह सौ एकड़ भूमि का सिंचाई करने में मदद करेगा। यह योजना तत्कालीन मुंगेर के पूर्व सांसद एवं शिक्षा मंत्री स्वर्गीय डीपी यादव के द्वारा वर्ष 1976 -77 में भारत सरकार द्वारा स्वीकृत कराया गया था। वही इस परियोजना का वर्ष 1982 में 70 करोड़ की लागत से शुरू कराया गया था, लेकिन यह योजना किसी कारण बस आज तक किसानों के लिए उपलब्ध नहीं हो सका है। लेकिन आज सुखाड़ की स्थिति को देखते हुए ऐसा लगता है कि अगर यह योजना अपने समय पर पूरा हो गया होता, तो आज मुंगेर सहित लखीसराय के किसान का आर्थिक स्थिति काफी अच्छा होता है । लेकिन अभी भी बिहार के महागठबंधन के सरकार से मुंगेर के किसानों को काफी उम्मीद है। मुख्यमंत्री द्वारा इस योजना का निरीक्षण करना एवं इसके लिए संबंधित पदाधिकारियों को इस परियोजना को पुनर्जीवित करने के लिए कहा जाना यह एक स्वागत योग्य कदम एवं सरकार का किसानों के प्रति संवेदनशीलता दिखाता है। इस इस परियोजना से लाभान्वित होने वाले मुंगेर सदर ,जमालपुर प्रखंड, लखीसराय के सुर्यगढा अनुमंडल ,बरियारपुर प्रखंड एवं टाल क्षेत्र के किसानों में काफी खुशी का माहौल है । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद देते हैं। इस कदम से यह स्पष्ट होता है कि बिहार के उपमुख्यमंत्री जो कहते हैं,यह सरकार सिंचाई ,दवाई ,पढ़ाई,कमाई? सुनवाई एवं कार्रवाई वाली सरकार है वह सही है। इस परियोजना में गंगा का पानी को नहरों के द्वारा इस क्षेत्र के खेतों तक पहुंचाने का योजना है। हम आशा करते हैं कि यह योजना आगामी कुछ दिनों में लोगों को समर्पित होगा एवं किसानों के खुशहाली में मील का पत्थर साबित होगा।