⭕जी पी दुबे
संवाददाता
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🟥बस्ती 25 जुलाई जिले के सभी 2655 आंगनबाड़ी केन्द्रों का जीर्णोद्धार कराया जायेंगा। इसके लिए यूनिसेफ द्वारा सर्वे कराया जा रहा है और अभी तक लगभग 1800 आंगनबाड़ी केन्द्रों का सर्वे पूरा हो गया है।

जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने शेष आगनबाड़ी केन्द्रों का सर्वे शीघ्रातिशीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया है।
कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला पोषण समिति की बैठक को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा की केन्द्र को गोद लिए अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे निरीक्षण के दौरान इसका सत्यापन करें। उन्होने बैठक में अनुपस्थित आधा दर्जन जिला स्तरीय अधिकारियों का स्पष्टीकरण तलब करने का निर्देश दिया है।
उल्लेखनीय है कि सर्वे में यह जॉच की जा रही है कि केन्द्र पर क्या-क्या सुविधाए उपलब्ध है। सुविधाओं के संबंध में 18 प्रकार के मानक निर्धारित है। जिलाधिकारी की पहल पर आईसीडीएस विभाग ने पिछले वर्ष जनपद के 79 आगनबाड़ी केन्द्रों के जीर्णोद्धार के लिए 2-2 लाख रूपया प्रति केन्द्र आवंटित किया था, जिसके द्वारा जीर्णोद्धार कार्य कराया जा रहा है। इसके अन्तर्गत वेबी फ्रेण्डली शौचालय, बैठने के लिए फर्नीचर, पेयजल, केन्द्र की रंगाई-पुताई, टाइल्स लगवाना, दीवारों पर लेखन, खिलौने एवं अन्य व्यवस्थाए की जायेंगी।
उन्होने समीक्षा में पाया कि 281 आगनबाड़ी केन्द्र सरकारी स्कूल,भवनों में संचालित ना होकर निजी स्थानों पर संचालित हो रहे है।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि इन स्थानों पर नये आगनबाड़ी भवन बनाने के लिए प्रस्ताव शासन को भिजवायें। उन्होंने कहा कि जनपद में 12 लाख रूपये की लागत से 15 नये आगनबाड़ी केन्द्र भी बनाये जा रहे है। पिछले वित्तीय वर्ष में 12 नये आगनबाड़ी केन्द्र बने है। इसके अलावा वर्ष 2016-17 में क्षेत्र पंचायत निधि से स्वीकृत केन्द्र भवन भी पूरे कराये जा रहे है, जिस पर 15 अगस्त को ध्वजारोहण के लिए जिलाधिकारी ने निर्देशित किया है।
उन्होने बताया कि विद्युत विभाग को 312 केन्द्रों का कनेक्शन करने हेतु पैसा विभाग द्वारा दिया गया है। उन्होने निर्देश दिया कि पूर्ण कार्यो की सूची उपलब्ध करायें। इसके अलावा विभाग द्वारा आंतरिक वायरिंग, पंखा, दो बल्ब के लिए विभाग द्वारा प्रत्येक केन्द्र के लिए 20 हजार रूपया उपलब्ध कराया गया है।
उन्होने आगनबाड़ी केंद्रों को गोद लिए हुए जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि आगनबाड़ी केन्द्र के निरीक्षण के दौरान इन सब कार्यो के बारे में भी अपनी रिपोर्ट दें।
जिलाधिकारी ने संभव अभियान, पोषण , आरबीएसके, ई-कवज पोर्टल पर फीडिंग की समीक्षा किया। उन्होने पाया कि 2594 अस्वस्थ बच्चों को दवा देने के सापेक्ष एएनएम द्वारा 1260 बच्चों को ही दवा दी गयी है। उन्होने पोर्टल पर फीडिंग की समस्या को देखते हुए निर्देश दिया है कि एएनएम संबंधित सीएचओ के पास जाकर फीडिंग का कार्य पूरा करायेंगी। उन्होने बैठक में अनुपस्थित अधिशासी अभियन्ता बीडीए, ईओ नगरपालिका, एडीओ पंचायत सदर, तहसीलदार सदर, अधिशासी अभियन्ता विद्युत द्वितीय, टीबी अधिकारी तथा आबकारी अधिकारी का स्पष्टीकरण तलब करने का निर्देश दिया है।
बैठक का संचालन कार्यक्रम अधिकारी सावित्री देवी ने किया। इसमें सीएमओ डा. आर.पी. मिश्रा, डीडीओ निर्मल द्विवेदी, पीडी राजेश कुमार झा, डीडी कृषि अनिल कुमार, अधिशासी अभियन्ता विद्युत महेन्द्र मिश्र, यूनिसेफ से सुरेश तिवारी तथा शशि, डीआईओएस जगदीश शुक्ला, बीएसए अनूप कुमार, खण्ड विकास अधिकारी, सीडीपीओ, एबीएसए तथा केन्द्र गोद लिए हुए अधिकारीगण उपस्थित रहें।