,🔴डॉ शशि कांत सुमन
मुंगेर। टीईटी शिक्षक संघ ने पंचायती-राज संस्थान अन्तर्गत कार्यरत शिक्षकों के साथ जिला शिक्षा विभाग के द्वारा उपेक्षापूर्ण रवैये पर टीईटी शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राहुल देव सिंह ने गहरा क्षोभ व्यक्त किया है। शिक्षा विभाग,पटना के उप-सचिव अरशद फिरोज के ज्ञापांक 1816, दिनांक:-12-11-21 के आलोक मे पंचायती-राज शिक्षकों के वेतन मे एक अप्रैल 2021 से 15% वृद्धि करने का स्पष्ट आदेश निर्गत है। साथ ही इस पर बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री तथा वित्त विभाग के सहमति एवं अनुमोदन उपरांत भी जिला शिक्षा विभाग के स्थापना कार्यालय के उदासीनता एवं शिथिलता के कारण अब तक जिले के 3977 पंचायती-राज शिक्षकों मे मात्र 18 शिक्षकों का डेटा शिक्षा विभाग के पोर्टल पर  किया गया है। पंचायती राज शिक्षकों के प्रति इस उपेक्षापूर्ण रवैये एवं लेटलतीफी से सभी शिक्षक मर्माहत है। साथ ही यह जिला शिक्षा विभाग के लचर क्रिया कलाप एवं शिक्षको के प्रति बेरूखी को दर्शाता है । जिस वजह से शिक्षकों मे जबरदस्त आक्रोश पनप रहा है। शिक्षक अन्दर ही अन्दर उद्वेलित हो रहे है।जबकि राज्य के अन्य जिले पोर्टल पर शिक्षको के डेटा अपलोड का कार्य त्वरित गति से निष्पादन किया जा रहा है।
जिलाध्यक्ष राहुल देव सिंह एवं महासचिव प्रभाकर भारती ने बताया की मुंगेर जिले के 3977 पंचायती-राज शिक्षकों का डेटा पोर्टल पर अपलोड होना है। इसके पश्चात ही जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) मुंगेर का डिजिटल हस्ताक्षर युक्त वेतन पर्ची पोर्टल पर से निर्गत होने के पश्चात ही शिक्षकों को वर्धित वेतन वृद्धि के दर से वेतन भुगतान हो पायेगा। जिलाध्यक्ष ने आक्रोशित होकर बताया की विभाग के द्वारा सभी प्रकार के सरकारी कार्यो के निष्पादन हेतु पंचायती-राज शिक्षको की प्रतिनियुक्ति की जाती है जिसे शिक्षक पूरी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठ होकर मिलने वाले प्रत्येक दायित्व का निर्वहन निष्ठापूर्वक करते है बावजूद इसके महीनों तक वेतनाभाव मे परिवार सहित जीने को विवश है जो की दुर्भाग्यपूर्ण है।
जिला संयोजक राकेश कुमार एवं जिला उपाध्यक्ष रविकांत यादव ने संयुक्त रूप से बताया की जिला शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) कार्यालय मे अराजकता का माहौल व्याप्त है आलम यह है की एस•एस•ए मद से वेतन प्राप्त करने वाले पंचायती-राज शिक्षकों का दिसम्बर माह के आवंटन मे अनियमितता के कारण वेतन भुगतान में अनियमितता की झलक प्रतीत होता है।_
विगत तीन माह से वेतनाभाव के कारण शिक्षक परिवार के समक्ष भुखमरी की विकराल समस्या उत्पन्न हो गयी है। शिक्षक सूदखोरों के चंगुल मे उलझते जा रहे है। वही दो साल से अधिक समय बीत जाने पर भी जिला शिक्षा विभाग द्वारा पत्र निर्गत होने के बावजूद भी जिले के नव-प्रशिक्षित शिक्षकों के अन्तर वेतन (एरियर) का भुगतान नही किया जाना दुखद है। इस सन्दर्भ पूर्व मे टीईटी शिक्षक संघ,मुंगेर के द्वारा बारम्बार शिक्षा विभाग को ज्ञापन दिया गया परन्तु इस पर कोई भी साकारात्मक पहल विभाग द्वारा नही किया जाना शिक्षकों के हक-अधिकार के प्रति विभाग के असंवेदनशीलता को दर्शाता है।
इस बाबत मुंगेर जिलान्तर्गत पंचायती-राज के तमाम सभी शिक्षक संघो ने संयुक्त रूप से जिला पदाधिकारी, प्रमंडलीय आयुक्त ,क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक ,मुंगेर को ज्ञापन सौपकर पंचायती राज शिक्षकों की समस्याओ से अवगत करवाया गया है। साथ ही होली के पूर्व सभी तरह के बकाया-वेतन भुगतान करने की मांग किया है।समस्याओ का समाधान नही होने की स्थिति मे शिक्षा विभाग के खिलाफ पंचायती-राज शिक्षक लोकतांत्रिक व्यवस्था का अनुपालन करते हुए उग्र आन्दोलन, धरना-प्रदर्शन एवं आमरण अनशन करने को बाध्य होगें।