💢रिपोर्टर- कैलाश पाण्डेय

🛑बस्ती जनपद की तहसील हर्रैया व तहसील बस्ती सदर में दिनांक 09 से 17 अक्टूॅबर 2022 तक आयी भीषण बाढ़ में लगभग 104 गॉव प्रभावित हुए, इनमें से 40 गॉव पूरी तरह मैरूण्ड रहे, जिससे लगभग एक लाख चौबीस हजार की आवादी प्रभावित हुई है। बाढ़ से करीब 7797 हे0 कृषि भूमि प्रभावित हुई है। उक्त जानकारी जिलाधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन ने दी है। उन्होने बताया कि बाढ़ से प्रभावित होने वाले गॉव में आयी आपदा से निपटने व उसके प्रभाव को कम करने तथा जनहानि/ पषुहानि/धनहानि को बचाने के लिए व्यापक प्रयास किये जा रहे है।
उन्होने बताया कि बाढ़ आने से पूर्व ही सभी बाढ़ से प्रभावित होने वाले सम्भावित गॉवों की इस प्रकार मैपिंग करायी गयी कि घाघरा नदी का जल स्तर बढ़ने पर कौन से गॉव प्रभावित होते हैं, फिर उससे ज्यादा जलस्तर बढ़ने पर कौन-कौन से गॉव प्रभावित होते हैं तथा उत्तरोत्तर जलस्तर बढ़ने पर कौन-कौन से गॉव प्रभावित होगें। बाढ़ कार्य खण्ड-1 (सिंचाई विभाग) द्वारा दिनांक 15.07.2022 से कण्ट्रोल रूम स्थापित हैं, जिसका दूरभाष नं0 9473657098, कलेक्ट्रेट में बाढ़ कण्ट्रोल रूम स्थापित किये गये हैं, जिसका दूरभाष नंम्बर 05542- 245725 तथा स्वास्थ्य विभाग का स्थापित कण्ट्रोल रूम दूरभाष नं0 735509050, पषुपालन विभाग द्वारा संचालित कण्ट्रोल रूम दूरभाष नं0 7068235367 एवं 9140557314 तथा तहसील बस्ती सदर में स्थापित बाढ़ कण्ट्रोल रूम 9935471787 व तहसील हर्रैया में स्थापित कण्ट्रोल रूम 7355557498 दूरभाष नम्बर है, जिसमें अधिकारियो/कर्मचारियों की ड्यूटी (24 ग7) (पालीवार) लगायी गयी।
उन्होने बताया कि तहसील स्तरीय टीमें बनायी गयी, ध्वनि विस्तारक यन्त्र से लगातार बाढ़ प्रभावित गॉव के लोगों को अवगत कराया गया कि बाढ़ आने वाली है, आपलोग गॉव खाली कर सुरक्षित स्थान पर चले जाएं। उसी आधार पर बोट, मोटरबोट लगाये गये। उनको बाढ़ शरणालय ले जाया गया व उनके रहने खाने की समुचित व्यवस्था प्रषासन द्वारा की गयी। बाढ़ प्रभावित पषु जो पषु शरणालय में आये, उनके चारे की व्यवस्था करायी गयी। बाढ़ पीडितो की सहायता के लिए वालंटियर (स्वयंसेवी) भी तैनात किए गये। प्रभावित ग्रामसभाओ के ग्राम प्रधान एवं अन्य क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से अपील करायी गयी कि जैसे पानी बढ़ेगा गॉव खाली करके सुरक्षित स्थान पर चले जाएं। दिनांक 13.10.2022 को घाघरा नदी का उच्चतम् जल स्तर विन्दु 93.980 रहा।
उन्होने बचाव कार्य के लिए 155 सेफ्टीवोट, 25 मोटर वोट व 01 कम्पनी एसडीआरएफ एवं 01 कम्पनी पीएसी0 लगाई गयी। 14 कम्यूनिटी किचेन संचालित किये गये, जिसमें लगभग 40 हजार व्यक्ति प्रतिदिन सुबह-शाम भोजन करते रहे, इस प्रकार लगभग 3.5 लाख थाली भोजन कराया गया। इसके अतिरिक्त मोटरवोटों के माध्यम से लगभग 130000 लंच पैकेट बाढ़ प्रभावित गॉव में पहॅुचाए गये। लगभग 11450 राहत पैकेट, लगभग 500 डिग्निटी किट, लगभग 1030 कु0 भूसा, क्लोरीन टेबलेट लगभग 5315, ओआरएस लगभग 1650 पैकेट का वितरण कराया गया। 33 पषुषालाएं तथा 41 पषु षिविर के माध्याम से लगभग 15000 पषुओं का टीकाकरण किया गया। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रत्येक ग्राम में मेडिकल टीम लगाई गई।
उन्होनेे बताया कि जल स्तर घटने की स्थिति में प्रत्येक गॉव पंचायत में 10 सफाई कर्मी लगाये गये। लोगों को दवाइयां वितरित की जा रही है। एण्टीलार्वा की दवाओ का छिड़काव किया जा रहा है। जनपद में 08 मेडिकल मोबाइल टीम भी लगाई गयी। साफ-सफाई की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है। मच्छरो से बचाव हेतु एण्टीलार्चा का छिड़काव व फॉगिग किया जा रहा है।