आई टी आई के निकट सोन्दा महोत्सव में रासलीला का किया जा मंचन

🟥देवरिया
सदर ब्लॉक के सूर्या गैस एजेंसी के निकट मथुरा,बृंदाबान से आए कलाकारों के द्वारा रासलीला का मंचन किया जा रहा है।संयोजक कौशल किशोर तिवारी ने बताया इस तरह के कार्यक्रम से वातावरण पूरा भक्तिमय हो गया है। दर्शक आनंद ले रहे है ।आरती में अभय नाथ त्रिपाठी ,बबलू मिश्र सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।
चौथे दिन की कथा में जालंधर देवी-देवताओं को अपने आतंक से तबाह कर रखा था. कहते हैं कि जालंधर की पत्नी वृंदा एक पतिव्रता नारी थी. कहा जाता है कि उसकी पूजा से जालंधर को किसी युद्धा में पराजय हासिल नहीं हो जीवीती थी. इसके अलावा वृंदा भगवान विष्णु की भी परम भक्त थी. ऐसे में भगवान विष्णु की कृपा के कारण भी भगवान विष्णु इस बात को जानते थे कि वृंदा की भक्ति को भंग किए बिना जालंधर को परास्त करना मुमकिन नहीं है. ऐसे में उन्होंने जालंधर का रूप धारण किया जिसके बाद वृंदा का पतिव्रता धर्म टूट गया. जिससे जालंधर की सारी शक्तियां खत्म हो गई. जिसके बाद जालंधर युद्ध में मारा गया. वृदा को जालंधर की मृत्यु का समाचार मिला तो वह बहुत निराश हो गई. बाद में वृंदा को जब उसके साथ किए गए छल का पता चला तो व्रत क्रोधित होकर भगवान विष्णु को श्राप दे दिया.।
वृंदा का पतिव्रता व्रत भंग होने की वजह से उसने भगवान श्रीहरि को श्राप दिया “जिस तक आपने छल से मुझे वियोग का कष्ट दिया है, उसी तरह आपकी पत्नी का भी छल से हरण होगा.” साथ ही आप पत्थर के हो जाएंगे और उस पत्थर को लोग शालीग्राम के रूप में जानेंगे. कहते हैं कि वृंदा के श्राप की वजह से भगवान विष्णु दशरथ के पुत्र श्रीराम के रूप में जन्म लिया. फिर बाद में उन्हें सीता हरण के वियोग का कष्ट झेलना पड़ा.
वृंदा ऐसे बनी तुलसीअभय नाथ त्रिपाठी,दीनानाथ मिश्र,अशोक जायसवाल,राहुल जायसवाल,मुनी शंकर गुप्ता,पवन गुप्ता,कृष्ण बिहारी दुबे,भोलू मिश्र कतरारी विकाश मिश्रा,मिक्की बाबा ,राकेश मिश्र,पंकज मिश्र,रामायण प्रसादआदि उपस्थित रहे।