मथुरा
✍️रिपोर्ट सत्येंद्र यादव

🔴मथुरा बलदेव– भारतीय किसान यूनियन भानु ने सोमवार से पुलिस के उत्पीड़न को लेकर छिबरऊ मोड़ पर यमुनाएक्सप्रेस के नीचे अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया है। भाकियु भानु पिछले कुछ दिनों से बलदेव पुलिस के उत्पीड़न की शिकायत मुख्यमंत्री से लेकर पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारियों से लगातार कर रही थी। इसको लेकर 5 अप्रैल को मुख्यमंत्री को प्रेषित 10 सूत्रीय ज्ञापन उपजिलाधिकारी महावन को भी दिया था, जिस पर कोई कार्यवाही न होने पर किसान सोमवार से धरने पर बैठ गये हैं। धरने को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय बरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री रतन सिंह पहलवान, राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री हरेश ठेनुआ जी ने कहा कि बलदेव पुलिस बदले की भावना से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने संगठन के युवा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष को मानसिक प्रताड़ित किया है, उसके साथ मारपीट, गालीगलौज, बेबजह हवालात में बंद करना, झूंठे मुकदमों में फंसाने की धमकी देना और संगठन का नाम लेकर अपमानित किया है, और जब इसकी शिकायत मुख्यमंत्री को की गई तो दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करने की बजाय, पुलिस दवाब बनाने के लिए कार्यकर्ताओं के घर दबिश दे रही है, परिजनों को भी धमका रही है। प्रदेश महासचिव रामवीर सिंह तोमर, जिला अध्यक्ष देवेंद्र पहलवान एवं प्रदेश सचिव जगदीश रावत ने कहा कि
प्रशासन किसानों की समस्याओं को लेकर गम्भीर नहीं है। इसलिए धरना तब तक चलता रहेगा जब तक कि किसानों को न्याय नहीं मिल जाता। उन्होंने कहा कि पुलिस लक्ष्मण रेखा लांघ रही है और जय जवान जय किसान के नारे के विपरीत किसानों को ही धमकाने का कार्य कर रही है। जिससे किसानों में भारी आक्रोश है।
उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी में अघोषित बिजली कटौती की जा रही है, नहर बम्बे सूखे पड़े हैं, दघेटा में 14 साल से चकबंदी अधूरी पड़ी है। धरना स्थल पर सीओ महावन किसानों को मनाते रहे लेकिन किसी भी प्रशासनिक अधिकारी के न पहुँचने पर किसान धरने पर अड़े रहे।धरने में प्रदेश सलाहकार श्यामपाल सिंह, मण्डल बरिष्ट उपाध्यक्ष कुंतभोज रावत, प्रदेश सचिव रीतराम, राधे लाल, रामगोपाल सिकरवार, गिर्राज फौजदार, युवा प्रकोष्ठ जिला अध्यक्ष गोपाल सिकरवार, महेन्द्र राजपूत, कुशलपाल चौधरी, राकेश चौधरी, विक्रम चौधरी, भोला सिकरवार रामेश्वर शर्मा, रविकांत तोमर, बलवीर सिंह तोमर, उदय वीर तोमर, तेजपाल तोमर, एम एल शर्मा, अनंतराम शर्मा, छगन लाल शर्मा, हरिपाल परिहार, रोहतान सिंह, सुरजमल, राधेश्याम, झम्मन सिंह, शिव सिंह, सौनवीर तोमर, देवी सिंह बाड़ौनीया, प्रकाश तोमर, वेदप्रकाश तोमर, बच्चू , होशियार , पीतम तोमर, सुखवीर तोमर, गुड्डा भरंगर, पोपसिंह, जुगन्दर सिंह, गेंदा बाबा, मोहनलाल, रनसिंघ गोपाल तोमर, लक्ष्मी नारायण, नाहर सिंह रावत, ठाकुर सत्यवीर तोमर, मोहन सिंह सिकरवार, अनूप सिकरवार, अमित तेहरिया आदि रहे। अध्यक्षता नानिगा सिंह ने की और संचालन देवेश शर्मा ने किया।