नक्सली इलाकों की अब बदल गई तस्वीर- एसपी

शहादत दिवस शहीद एसपी के सी सुरेन्द्र बाबू सहित पुलिसकर्मियों को दी गई श्रद्धांजलि

✍️डॉ शशि कांत सुमन

🟠मुंगेर। मुंगेर के तत्कालीन एसपी केसी सुरेन्द्र बाबू सहित अन्य पांच पुलिसकर्मियों शहीद होने पर मुंगेर जिले के हवेली खड़गपुर में शहादत दिवस मनाया गया। शहादत दिवस में डीआईजी संजय कुमार, पुलिस अधीक्षक जगुनाथ जला रेड्डी, एसपी अभियान कुणाल, सीआरपीएफ के

समादेष्टा पंकज कुमार, एसडीओ आदित्य झा सहित सैकड़ों ने लोगों ने शहीद एसपी एवं पुलिसकर्मियों को श्रद्धा सुमन अर्पित किया। बता दें कि 5 जनवरी 2005 को नक्सलियों ने मुंगेर के तत्कालीन एसपी केसी सुरेंद्र बाबू समेत पांच पुलिसकर्मियों को हवेली खड़गपुर थाना क्षेत्र के भीमबांध के सोनरवा गांव के नजदीकबारूदी सुरंग

विस्फोट कर परखच्चे उड़ा दिए थे। उस दिन पुलिस महकमे व मुंगेरवासियों के लिए काला दिन था। इस घटना में 22 दिन पूर्व मुंगेर में एसपी के पद पर पदस्थापित जांबाज एसपी केसी सुरेंद्र बाबू समेत पुलिस जवान ध्रुव कुमार ठाकुर, मो.अब्दुल कलाम, शिव कुमार राम, ओम प्रकाश गुप्ता, चालक मो.इस्लाम शहीद हो गए थे। शहादत दिवस को संबोधित करते हुए डीआईजी संजय कुमार ने कहा कि इस अवसर हम गमगीन

जरुर हैं, लेकिन हमारे उत्साह में कहीं कोई कमी नहीं है। आज जिस तरह पुलिस आगे बढ़ रही है और जंगल में अपना कम्यूनिकेशन कर लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है। डीआईजी ने लोगों से मिलने वाले सहयोग की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि आज एक साल के अंदर जंगल में पुलिस कैम्प का निर्माण किया गया और आवागमन शुरू कर दिया गया है। मौके पर एसपी जगुनाथ जला रेड्डी ने कहा की 5 जनवरी 2005 की घटना जो हुई थी वह मुंगेर जिले की सबसे बड़ी घटना थी।

उन्होंने कहा कि बिहार में जहां-जहां नक्सली का प्रभाव था, वहां कई पुलिस अधिकारी व कर्मी शहीद हुए हैं। जिसमे मुंगेर जिले से तत्कालीन एसपी केसी सुरेंद्र बाबू सहित पांच पुलिस जवान शहीद हुए थे। उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित इलाके की तस्वीर बदल गई है और भीमबांध, चोरमारा और पैसरा में पुलिस कैम्प खुल जाने से यह भयावह इलाका लोगों के लिए अब पिकनिक स्पॉट बन गया है।