🟥संतकबीरनगर/धनघटा

विरोधियों पर सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाकर बेनकाब करने वाली भाजपा आखिर अपने ही बेलगाम नेता पर अंकुश लगाने से क्यों डर रही है? जीरो टॉलरेंस नीति पर चलने का दावा करने वाली भाजपा सरकार पर मुखलिसपुर चौकी प्रभारी के सामने सौ दो सौ का घूस लेने का आरोप लगाने वाले भाजपा प्रकोष्ठ के एक पदाधिकारी का वायरल वीडियो की सत्ता की हनक जग जाहिर कर रहा है। कुछ दिनों पूर्व उक्त भाजपा नेता और उनके परिजनों द्वारा नाथनगर के एक व्यापारी को दी जाने वाली नॉन स्टॉप गाली के वायरल आडियो पर अगर महुली पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की होती तो आज भाजपा सरकार की पुलिस को उक्त दबंग नेता के सामने नतमस्तक नही होना पड़ता। जिस अंदाज में उक्त नेता का मुखलिसपुर चौकी प्रभारी लाल बिहारी निषाद को धमकाने का वीडियो वायरल हुआ है वह जिले की पुलिस के लिए एक बदनुमा दाग है। प्रशासन को निष्पक्ष जांच और कार्रवाई करने की छूट दिए जाने का दावा करने वाली योगी सरकार के उपर उक्त भाजपा नेता का कारनामा किसी काले धब्बे से कम नही है। सवाल यह है कि खुद को बाहुबली साबित करने के चक्कर में उक्त नेता द्वारा मुखलिसपुर चौकी पुलिस पर लगाए गए गंभीर आरोप सही हैं या फिर योगी पुलिस की न्याय व्यवस्था सही है। आम जनमानस में यह सवाल आज चर्चा के केंद्र में है। लोगों का सवाल है कि क्या योगी सरकार में भी समरथ के नहि दोष गोसाईं की चौपाई ही सर्वमान्य है या फिर सरकार और प्रशासन कोई कार्रवाई करके स्वच्छ प्रशासन की दावेदारी को प्रमाणित करने की हिम्मत दिखा सकता है।