🔻सन्त कबीर नगर/धनघटातहसील क्षेत्र के विकास खण्ड पौली में संचालित आँगनवाड़ी केन्द्रों पर बाल विकास परियोजना के तहत कुपोषित बच्चों व गर्भवती महिलाओं को मिलने वाला पुष्टाहार अव्यवस्था का शिकार बन गया है। जिससे सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना लोग सवाल खड़ा कर रहे है।
मालूम हो कि विकास खण्ड पौली बाल विकास की योजनाओं को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए विकास खण्ड क्षेत्र में कुल 124 आगनवाड़ी केंद्र संचालित है। केन्द्रों पर सरकार द्वारा कुपोषित बच्चो व गर्भवती महिलाओं कुपोषण से बचाने के लिए प्रतिमाह 336 बैग सोयाबीन,चना दाल आधा किलो 68 बैंग, 1 किलो चना की दाल 210 वैग, गेंहू की दरिया आधा किलो में 136 बैग,1किलो0 में 202 वैग 56 ग्राम पंचायतों में संचालित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के निगरानी में वितरित किया जाता है। क्षेत्र के आलमगीर, रोशन लाल, चन्द्रशेन, चन्दकला, आदि का कहना है। कि आंगनवाड़ी व समूह की महिलाओं के चक्कर मे केन्द्रों पर पहुँचने वाला पोषाहार बच्चो व गर्भवती महिला तक नही पहुँच पाता है। बीच मे ही रह जाता।
ग्रामीणों के शिकायत करने पर कोई सुनवाई नही की जाती है। ग्रामीण सियाराम, महेश्वरी प्रसाद दिनेश महेन्द्र घनश्याम सुमेर रामशंकर,सिताराम महिपाल सुमित्रा देवी माला देबी कुपोषित दिव्यांग आराध्य मनीष सहित तमाम लोगों ने बताया कि शिकायत केबाद भी कोई कार्यवाही नहीं होती है
और इस सम्वन्ध में एडीओ गजानन पाल का कहना है। कि इस तरह की कोई शिकायत नही मिली है। फिर भी जाँच कर कार्यवाई की जाएगी।