🟥न्यू समाचार प्लस गोरखपुर/ अवधेश पाण्डेय

🔻गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर हुई घटना में आतंकी कनेक्शन है या कोई साजिश, एटीएस के साथ ही गोरखपुर पुलिस जांच कर रही है। इससे पहले गोरखपुर में सीरियल ब्लास्ट हो चुका है। इस वजह से एटीएस इसे गंभीरता से ले रही है। एडीजी जोन अखिल कुमार ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने धैर्य व साहस दिखाते हुए हमलावर को दबोच लिया। पुलिस के साथ ही सुरक्षा व खुफिया एजेंसियां सभी पहलू की जांच कर रही हैं। जल्द ही स्थिति साफ हो जाएगी। साहसी बहादुर जवानों को मेडिकल कालेज एडीजी जोन अखिल कुमार व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ विपिन ताडा पहुंचकर हालचाल लिया डॉक्टर से कहा कि बेहतर से बेहतर इलाज घायल हुए बहादुर जवानों का किया जाए जिससे जल्द से जल्द जवान स्वस्थ हो सके उन्हीं जवानों की वजह से बड़ी घटना घटित होने से गोरखपुर में बच सका अगर यह जवान अपने साहस का परिचय नहीं दिए होते तो हमलावर अपने मकसद में कामयाब हो जाता
मंदिर के मुख्य प्रवेश द्धार पर ही गोरखनाथ थाना है। इसके बाद भी गेट के पास एक दारोगा समेत सात सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी रहती है। गेट पर असलहा के साथ मुस्तैद पीएसी के जवान गोपाल गौड़ व अनिल पासवान ने घायल होने के बाद भी आरोपित पर फायर नहीं किया। शोर मचाने पर गेट के भीतर मौजूद पुलिसकर्मी व एलआइयू के जवान पहुंचे तो आरोपित ने उन्हें भी मारने के लिए दौड़ा लिया।मोर्चा के पास पुलिसकर्मियों ने हमलावर को घेर लिया लेकिन धैर्य से काम लिया, जिसकी वजह से अनहोनी नहीं हुई।पीएसी के जवानों को घायल करने के बाद मुर्तजा मंदिर के दक्षिणी गेट के अंदर दाखिल हुआ। गेट पर सुरक्षा-व्यवस्था में लगे उत्तर प्रदेश पुलिस के जवान अनुराग राजपूत व एलआइयू के सिपाही अनिल ने रोकने का प्रयास किया तो उन्हें भी दौड़ा लिया। साहस दिखाते हुए अनुराग दौड़ते हुए मोर्चा के पास पहुंचा। वहां खड़े पीएसी जवान को असलहा थमा दिया। थोड़ी दूरी पर रखे बांस के टुकड़े को उठाकर हमलावर पर प्रहार कर अनिल की मदद से घेर लिया। गेट के पास बने मोर्चा पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने मौका मिलते ही आरोपित को दबोच लिया। तब वह भी घायल हो चुका था। घटना की जानकारी पाते ही पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। घायल जवानों को गोरक्षनाथ चिकित्सालय ले गए। हमलावर को एसएसपी अपने साथ जिला अस्पताल ले गए। आज हमलावर मुर्तुजा के द्वारा घायल किए गये साहसी जवानों को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया मेडिकल कॉलेज एडीजी जोन अखिल कुमार व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ विपिन ताडा पहुंचकर जवानों का हालचाल लिया एडीजी जोन अखिल कुमार ने डॉक्टरों से कहा कि हमारे जवानों को बेहतर से बेहतर इलाज किया जाए जिससे हमारे जवान जल्द से जल्द स्वस्थ हो जाएं क्योंकि इन्हीं साहसी जवानों के वजह से बड़ी घटना घटित होने से बच सका।