विनय कुमार गुप्ता

प्रतिनिधि रुद्रपुर देवरिया

“ईश्वर ने हमें धरती पर निश्चित काम के लिए भेजा है,
अभी मैं उन कामों को पूरा करने में काफी पीछे हूं,
मैं कभी मर नहीं सकता!

यह विचार किसी ऐसे वैसे सिरफिरे का नहीं हैं बल्कि, रुद्रपुर की धरती पर जन्मे कुन्नूर हेलीकॉप्टर हादसे में एक मात्र बचे हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का है जिन्होंने अपने स्टेटस में लिखा है इनके स्टेट्स पर लिखे विचार आज मीडिया में चर्चा का विषय बन गया हैं। हर तरफ इनके जज्बे और हौसले को सलाम किया जा रहा हैं।
रुद्रपुर तहसील क्षेत्र के कन्हौली में जन्मे कैप्टन वरुण सिंह का कुन्नूर के वेलिंगटन सैनिक हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है मीडिया की खबरों के अनुसार उनकी सेहत में सुधार भी बताया जा रहा है, कैप्टन वरुण सिंह अपने हौसले और जज्बे से देश को प्रभावित किया है तेजस जैसे अत्याधुनिक विमान में जब तकनीकी खराबी सामने आई तो वरुण सिंह ने तेजस विमान को सुरक्षित स्थानों पर लैंडिंग करा कर अपने हैरतअंगेज कारनामों का लोहा मनवाया था।
इसे जज्बे और कारनामो को देखते हुए 15 अगस्त को राष्ट्रपति के द्वारा उन्हें शौर्य चक्र से नवाजा गया था।
वरुण सिंह के पिता के पी सिंह सेना से रिटायर हैं। वरुण सिंह के घर और उनके चाचा कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और क्षेत्र के पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह से हाल जानने के लिए उनके घर पहुंचने वालों का लगातार क्रम जारी है। शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण उर्फ खोखा सिंह सपा नेता श्री नाथ तिवारी समाजवादी पार्टी भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पार्टी के कई अन्य नेताओं का भी गांव पहुंचने का क्रम जारी हैं। हर तरह वरुण की सलामती की दुआएं की जा रही हैं।