⭕वकील अहमद सिद्दीकी

🛑बस्ती,बनकटी….. जिले के विभिन्न बाजारों में घटौली का शिकार हो रहे हैं, उपभोक्ता इनके तराजू में बीच में जो काँटा लगा होता है ,वह काट के निकाल दिए हैं। अधिकतर सब्जी विक्रेताओं का यही हाल है। उपभोक्ता बाजार में सब्जी खरीदने जाता है, तो आए दिन तराजू के कांटे को लेकर तू तू मैं मैं होता रहता है। क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक काँटा बाजारों में किसी के पास नहीं होता है। देसी कांटे का प्रयोग करते हैं। जिले के विभिन्न बाजारो मे जैसे महादेवा, बनकटी, देईसाँड,मुन्डेरवा, कुरियार, महसो ,पाकरडा़ड, लालगंज, कुदरहा , आदि बाजारों में बिना काँटे के बाजार में सब्जी बेची जाती है। बाट-माप अधिकारी किसी का कोई भय नहीं है, क्योंकि वह बाजार में कभी आते नहीं है जाँच करने के लिए। उपभोक्ता ठगी का शिकार हो रहे हैं। उपभोक्ताओं का कहना है कि आए दिन सब्जी विक्रेता मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। महादेवा के अजीत कुमार अग्रहरि, त्रिजुगी नारायण जायसवाल, नारायण जायसवाल, सुनील, गोविंद,राजू, आदि उपभोक्ताओ का कहना है कि बाट-माप अधिकारी से जाँच करने की मांग की है।