✍️अब्दुल गफ्फार खान की रिपोर्ट
🔻गोरखपुर(ब्रह्मपुर)
क्षेत्र के ग्रामपंचायत राजधानी में आज भी 71 सदस्यों का कुनबा एक साथ संयुक्त रूप से रहता है।जो क्षेत्र में चर्चा का केंद्र बिंदु है।आज भी एक तवे की रोटी,एक छत के नीचे निवास,तीन पीढ़ियों का साथ,सम्मिलित आय,सम्मिलित तरक्की आदि के साथ इस कुनबे में 71 सदस्य है।बढ़ती बैमनस्यता, हताश होती जिंदगी, एकल परिवार की सोच परिवारों के टूटन के लिए जिम्मेदार है।व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा से सर्बजनिक जीवन को काफी ठेस पहुंचा है। यहां तक कि मां बाप का बोझ भी परिवार ढोने को तैयार नहीं है।जिसके चलते बुजुर्ग दंपति अनाथालय की राह पर चल रहे है।इस दौर में गोरखपुर जनपद मुख्यालय से 25किमी दूर ग्रामपंचायत राजधानी निवासी तथा इसी क्षेत्र के स्वालंबी इंटर कालेज विशुनपुरा से अवकाश प्राप्त प्रधानाचार्य छत्रधारी यादव का संयुक्त परिवार एक मिशाल है।इनके वहां चार खंडों में मकान बंटा है।जिसमे भोजनालय,गोशाला,अतिथि भवन तथा परिवार के लिए आवास है।गांव के किसान तथा पशुपालक रहे राजबली यादव के चार पुत्र तथा एक पुत्री है। बड़े पुत्र तथा स्वावलंबी इंटर कालेज विशुनपुरा के प्रधानाचार्य रहे रामचंद्र यादव ने परिवार में शिक्षा की अलख जगाकर शून्य से शिखर पर पहुंचने का कार्य किए।दूसरे पुत्र राम कवल यादव किसान,तीसरे पुत्र छत्रधारी यादव को अवकाश प्राप्त प्रधानाचार्य है। जो प्रधान रह चुके है। चौथे पुत्र पौहारी शरण यादव पूर्वी रेलवे से जनरल सेक्रेटरी पद से सेवानिवृत है।पुत्री गिलासी देवी की शादी पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारी से हुई है।परिवार के मुखिया पूर्व प्रधानाचार्य छत्रधारी यादव अपने बड़े भाई स्व.आचार्य रामचंद्र यादव को अपना आदर्श मानते है।उनका कहना है कि भाई भाई की भुजा होता है।परिवार में कार्य विभाजन है।सुधाकर यादव जो केन यूनियन बोर्ड के डायरेक्टर रह चुके है के जिम्मे खेती किसानी तथा पशुपालन है।दिवाकर यादव उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग में कार्यरत है।अखिलेश यादव रेलवे,शैलेश पुलिस,कमलेश सेना,सुरेश पंचायत राज विभाग,गिरजा देवी बाल विकास व पुष्टाहार विभाग तथा सतपाल इंजीनियर है।परिवार के आदर्श स्व.रामचंद्र यादव के नाम राजधानी में ही आर सी चिल्ड्रेन एकेडमी,रामचद्र यादव इंटर कालेज तथा डिग्री कालेज है।जिसकी जिम्मेदारी कुनबे के उच्च शिक्षित राम उग्रह यादव तथा डा0राकेश यादव संभालते है।परिवार के योगेंद्र यादव जिज्ञाशु , रेणु यादव,सुमित्रा यादव,उमेश यादव शिक्षक है।कुंवरपाल,समरपाल,गौरव, कृष्णपाल,राजदीप आदि उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे है।छोटे बच्चे उम्र के अनुसार शिक्षा ग्रहण कर रहे है।परिवार को संजोने में बयोबृद्ध छबिया देवी,शांति देवी तथा प्रधान रही चंद्रावती देवी की प्रमुख भूमिका है।भोजन महिलाए मिलजुलकर बनाती है।शिक्षक योगेंद्र यादव जिज्ञासु
कहते है कि एकल जीवन पद्धति से परिवार में टुटन हो रहा है।