✍️वकील अहमद सिद्दीकी

🟥बस्ती, बनकटी…. वृहस्पतिवार को विकासखण्ड बनकटी के ऐसे ही गोआश्रय स्थलों मे से एक गोआश्रय शोभनपार है, ग्रामीणो के अनुसार जहाँ दो दिन से दो बेजुबान गौवंश मर कर पानी मे पडा़ हैं। गोवंश के दुर्गंध से गांव वालों का जीना दुश्वार होने के साथ-साथ उस मार्ग से आना जाना भी बंद हो गया है। सरकार के द्वारा सुनिश्चित किए गए नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। यहां तक गांव वालों ने बताया कि कई-कई सप्ताह तक जिम्मेदार देखने भी नहीं आते की निराश्रित गौवंश स्थल पर क्या हो रहा है। बेजुबान गौवंश तो पर्याप्त मात्रा में चारा मिल पा रहा है या नहीं।
इस प्रकण मे बीडीयो केदारनाथ कुशवाहा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जो पशु मरे हैं वह दोनों मादा हैं दोनों गाय हैं । जिसमें से एक पशु बाहरी है, जिसकी कान मे टैग नहीं है। इससे प्रतीत होता है कि यह गाय इस गौशाला की नहीं है। एक मरे हुए पशु को बाहर से लाया गया और इस गौशाला में रखा गया हैं।
ज्ञान चंद्र चौधरी(प्रधान) ने बताया कि मामला संज्ञान में आते ही पशु को दफनाया गया पशु को हरे घास,चारा, भूसा खिलाया जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि गौ सेवक गुलाबचंद अपनी जिम्मेदारी को सही तरीके से निर्वहन नहीं करते है।