दारुल उलूम हुसैनिया दीवान बाज़ार में होगा जलसा

🟥गोरखपुर। कोरोना कॉल व लॉकडाउन में गोरखपुर, नेपाल, कुशीनगर व महराजगंज के होनहार चार छात्रों ने हिफ़्ज (पूरा क़ुरआन-ए-पाक कंठस्थ) व छह छात्रों ने आलमियत (मौलाना) की पढ़ाई पूरी कर ली है। मदरसा दारुल उलूम हुसैनिया दीवान बाज़ार में पढ़ने वाले उक्त दस छात्रों की दस्तारबंदी व सनद वितरण का जलसा मंगलवार 15 मार्च को रात 8 बजे से होगा। जिसमें शहरभर के उलमा-ए-किराम शिरकत करेंगे।

बैजुवा, महराजगंज के मंजरे आलम, खजुरिया, नेपाल के आसिफ रज़ा, गोरखपुर के मोहम्मद सैफ, मोहम्मद साकिब रज़ा पूरा क़ुरआन-ए-पाक कंठस्थ (हिफ़्ज़) कर हाफ़िज़-ए-क़ुरआन बन गए हैं। वहीं भुजौली, कुशीनगर के तसव्वर हुसैन, बड़हरिया, कुशीनगर के अली हुसैन, अमजद अली, पटहरिया, कुशीनगर के सद्दाम हुसैन, लक्ष्मीपुर, कुशीनगर के इमाम हसन, सोहरौना, कुशीनगर के शाहिद हुसैन आलमियत की पढ़ाई पूरी कर मौलाना बन गए हैं।

उक्त छात्रों ने कोरोना कॉल व लॉकडाउन में भी अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ी। मजबूत इरादों व लगन के साथ ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन मेहनत से पढ़ाई कर यह मकाम हासिल किया। छात्रों की सफलता पर परिवार, शिक्षक व साथी बहुत ही खुश हैं। मदरसे में होने वाले जलसे में छात्रों के सरों पर दस्तार बांधी जाएगी। अवाम के बीच उलमा-ए-किराम हिफ़्ज व आलमियत की सनद सौंपेंगे। छात्रों का फूल मालाओं व तोहफों से स्वागत किया जाएगा। जलसे में छात्रों के परिवारजन नेपाल, कुशीनगर व महराजगंज से शिरकत करने गोरखपुर पहुंचेंगे।