🛑देवरिया , उत्तर प्रदेश गो-सेवा आयोग ने सभी गोआश्रयों में गोपाष्टमी का पर्व गोपूजन कर मनाने का आह्वान किया है। कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को गोपाष्टमी का पर्व मनाया जाता है।

इस दिन खासतौर पर गौ माता की पूजा और सेवा करने का विधान है। इस साल गोपाष्टमी 20 नवंबर को है। मान्यता के अनुसार इस दिन सर्वप्रथम भगवान कृष्ण ने गायों को चराना आरंभ किया था, इसलिए इस दिन गौ माता के साथ बछड़े की भी पूजा की जाती है।

मान्यता है कि यदि गोपाष्टमी के दिन विधि-विधान से गाय का पूजन व सेवा की जाए तो देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है। गाय की पूजा करने से श्री कृष्ण प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं। इस दिन गाय की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है।

पशु चिकित्साधिकारी डॉ दिग्विजय यादव व पशुधन प्रसार अधिकारी निशाकान्त तिवारी ने निराश्रित गोआश्रय केन्द्र बलटिकरा पर साफ-सफाई व पशुओं के स्वास्थ्य का परीक्षण किया एवं गोपाष्टमी पर्व हर्षोल्लास से मनाने हेतु ग्राम प्रधान प्रतिनिधि भोलू राय से विचार-विमर्श किया।