⭕नरेश सैनी

केवीके में सैकडों किसानों ने प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लाइव सुना

🟥मथुरा – वेटरनरी विश्वविद्यालय के केवीके सभागार में प्रधानमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की चैदहवीं किस्त हस्तांतरण के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को किसानों ने लाइव देखा। प्रधानमंत्री ने राजस्थान में खाटू श्याम की नगरी से 1.25 लाख किसान समृद्वि केन्द्रों, 5 मेडिकल कालेजों, 5 एकलव्य कालेजों तथा 1 केन्द्रीय विद्यालय का लोकापर्ण किया। इस अवसर पर किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक गांव, गरीबों का विकास नही होगा तब तक भारत विकसित नहीं होगा। पहले लोगों को इलाज के लिए दिल्ली जयपुर जाना पडता था। क्योंकि पहले राजस्थान में 10 मेडिकल थे, अब 35 हो गए हैं। इससे गांव के गरीबों को शिक्षा और स्वास्थ्य दोनो की सहूलियत मिलेगी। उन्होने बताया कि पहले कोराना, फिर रुस-यूक्रेन युद्ध। जिससे उर्वरक उद्योग प्रभावित हुआ है। फिर भी भारत सरकार किसानों को यह यूरिया का बैग भारत में 300 रुपये में उपलब्ध करवा रही है। जबकि अमेरिका में यूरिया की कीमत रुपये 3000 है। कार्यक्रम में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर का भी संबोधन सुना। उन्होने कहा कि भाजपा सरकार में किसानों की आमदनी बढी है। किसानों का जीवन स्तर उठा है। सरकारा ने पिछले 9 सालों में किसानों के लिए ऐतिहासिक कदम उठाये हैं। प्रधानमंत्री किसान बीमा योजना इसका बडा उदाहरण है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बलदेव विधानसभा क्षेत्र के विधायक पूरन प्रकाश ने कहा कि मोदी के 9 साल और योगी 6 साल में देश एवं प्रदेश में काफी तरक्की हुई है। जो कभी नहीं हुआ, वो इन 6 और 9 सालों में साकार हुआ है। बीमारियों के बढने पीछे बडा कारण मोटे अनाज को खाना बंद करना भी है। इसलिए मोटे अनाज उगायें भी और खायें भी। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि सांसद प्रतिनिधि जनार्दन शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार में देश और प्रदेश दोनो तरक्की कर रहे है। कृषि विज्ञान केन्द्र और वेटरनरी यूनिवर्सिटी से किसान एवं पशुपालक लाभान्वित हो रहे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वेटरनरी यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो डा एके श्रीवास्त ने कहा कि गर्भ से लेकर एक हजार दिनों का पोषण ही जीवन का आधार है। इसलिए गर्भवती महिला और दो साल तक के बच्चे को भरपूर पोषण दें। मोटे अनाज जलवायु, लागत एवं उत्पादन की दृष्टि से ठीक है। महिलाओं में खून की कमी ज्यादा रहती है। इसलिए मोटे अनाज महिलाओं के लिए बरदान है। उन्होने पशुओं में होने वाले थनैला रोग के नियत्रंण के सरल उपाय भी बताए। निदेशक प्रसार डा अतुल सक्सेना ने किसानों एंव पशुपालकों को लाभकारी दी। केवीके प्रभारी डा वाईके शर्मा ने कहा कि किसानों को खरीफ की फसलों में लगने वाले रोग, बीमारियों की जानकारी देकर लाभान्वित किया। कार्यक्रम में डा बृजमोहन, डा रविन्द्र कुमार राजपूत, अनिल कुलश्रेष्ठ, गोविंद कुमार गुप्ता, जय किशोर यादव, चन्द्रशेखर शर्मा सहित सैकडों किसानों ने प्रतिभाग किया। बीरी सिंह प्रधान, सौदान सिंह, इन्द्रजीत, जयवीर, हर्ष गोयल, नगेन्द्र बाबू, पुष्पेन्द्र बाबू, सरदार सिंह, चैधरी खजान सिंह, विष्णु सहित सैकडों किसान मौजूद रहे।