रवींद्र सिंहरायबरेली। आज रक्षाबंधन है। भाई-बहन के अटूट प्रेम का त्यौहार। लेकिन एक वर्ग ऐसा भी है जिसे राह चलते दिखता तो सबको है लेकिन उसे अपनाने को कोई तैयार नही रहता। लेकिन शहर का युवा समाजसेवी ऐसा भी है जिसके सीने में एक भावनाओं से भरा दिल भी है।

यशोवीर सिंह दो दिन पहले कैनाल रोड पर कुछ खरीद रहे थे। तभी उनकी नजर बंजारा जाति के उन लोगों पर पड़ी जो दूर दराज से यहां आकर बसे हैं, परिवार को लेकर तंबू में रहते हैं और कड़ी मेहनत से लोहे की पिटाई करके लौह यंत्र बनाते हैं।

आज रक्षा बंधन के दिन सड़क किनारे जीवन यापन करने वाली महिलाओं से पूरे विधिविधान से यशोवीर ने राखी बंधवाई। महिलाओं के परिवार को मिठाई व उपहार भी बांटे।

मिठाई व राखी पाकर भावुक हुई महिलाओ ने यशोवीर को दुआएं भी दीं। राखी बंधवा कर भावुक हुये युवा समाजसेवी ने शहर कोतवाली क्षेत्र के कैनाल रोड, पुलिस लाइन चौराहा, सिविल लाइन पुल के नीचे आदि जगहों पर तंबू लगाकर रह रहे परिवार के साथ यह त्यौहार मनाया।

इस दौरान यशोवीर ने कहा कि यह मेरे लिये एक सुखद अनुभव जैसा है। यदि हम इन बेसहारा लोगों को अपना परिवार मान लें तो अमीर गरीब का भेदभाव ही खत्म हो जाएगा। रक्षाबंधन से मैंने स्वयं से एक वचन लिया है। इन बहनों को रक्षा व हर सम्भव मदद करूंगा।