सुहेल अहमद /अब्दुल गफ्फार खान की रिपोर्ट

गोरखपुर(ब्रह्मपुर)
शहीदों की मजारों पर लगेंगे हर बरस मेले

वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशा होगा

आजादी की लड़ाई में दुनिया में अपनी पहचान रखने वाला चौरी चौरा जिस ने अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए वह प्रशासन के अनदेखी के कारण अपने वजूद की लड़ाई नहीं लड़ पा रहा है । 2 अक्टूबर के दिन गांधी जयंती वह पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के सम्मान मे शहीद स्मारक तक पहुंचने मे अधिकारियों के पसीने छूट गए बारिश का पानी जल निकासी की व्यवस्था न होने के कारणा चौरी चौरा शहीद स्मारक जाने वाली सड़क ही नही बल्कि पूरा स्मारक परिसर पानी मे डूबा नज़र आया शनिवार को गांधी जयंती के अवसर पर ध्वजारोहण करने जाने के लिए उपजिलाधिकारी अनुपम कुमार मिश्र,तहसीलदार वीरेंद्र गुप्ता,नायब तहसीलदार अलका सिंह तथा मुंडेरा बाजार के चेयरमैन पति तथा पूर्व चेयरमैन जे पी गुप्ता बारिश में भीगते ही नही बल्कि सड़क पर छपकोरिया मारते शहीद स्मारक पर गए तथा घुटने भर पानी में खड़े होकर उपजिलाधिकारी अनुपम कुमार मिश्र द्वारा ध्वजारोहण किया गया तथा गांधी जी तथा शास्त्री जी के चित्र पर माल्यार्पण कर अधिकारियों द्वारा श्रद्धासुमन अर्पित किया गया। सवाल ये उठता है की शहीद स्मारक जैसे स्थान की तब याद आती है जब कोई राष्ट्रीय पर्व मनाया जाता है उसके पहले किसी भी स्थानीय जनप्रतिनिधियों  एवं अधिकारियों को इस महत्वपूर्ण स्थान का ज्ञान नहीं होता है । अपनी बदहाली बयां करता हुआ गोरखपुर का चौरी चौरा शहीद स्मारक आज भी सरकारी मदद के इंतजार में राह देख रहा है।