बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ अरविन्द वर्मा ने डीजी अरविन्द पाण्डेय को दिया साधुवाद

अरविन्द पाण्डेय के डर से अपराधी छोड़ दिए थे ज़िल

✍️ANA/Indu Prabha

खगड़िया। विंध्याचल धाम, उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर निवासी अरविन्द पाण्डेय, आईपीएस (88) तेज तर्रार आरक्षी अधीक्षक के रुप में खगड़िया में पदस्थापित थे। उन दिनों जिले के अपराधियों में काफी खौफ था। इनकी चर्चा इनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रुप में थी। उक्त बातें, बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ अरविन्द वर्मा ने मीडिया से कही। आगे डॉ वर्मा ने कहा अरविन्द पांडेय एक कड़क आईपीएस अपराध नियंत्रक के साथ साथ कला प्रेमी भी थे। आज इनकी पहचान सांस्कृतिक और शैक्षिक विषयों पर प्रखर ओजस्वी वक्ता के रुप में भी है। डॉ वर्मा ने कहा मुझे याद है, अरविन्द पाण्डेय जब खगड़िया में एसपी थे उस वक्त गजब का भय व्याप्त था यहां के अपराधियों में। उनके डर से अधिकतर अपराधी जिला ही छोड़ दिए थे। उन्हें डर था, कहीं पकड़े गए तो मारे जायेंगे। डॉ वर्मा ने कहा उन दिनों बसों की छतों पर चढ़ना ही लोग भूल गए थे। अच्छे अच्छे सारुखदार नेता भी अरविन्द पाण्डेय एसपी के सामने नतमस्तक थे। डॉ वर्मा ने कहा आज अरविन्द पाण्डेय, आईपीएस की याद इसलिए आई कि अभी अरविन्द पाण्डेय बिहार सरकार के पुलिस महानिदेशक सह नागरिक सुरक्षा आयुक्त के पद पर हैं। पुलिस महानिदेशक (पुलिस प्रमुख) बिहार के पद पर नियुक्ति हेतु सूचीकरण में अपनी अनिक्षा (चाहत नहीं) व्यक्त कर काफी चर्चे में हैं। डॉ वर्मा ने कहा मुझे आज भी गर्व है ऐसे कर्मठ वरिष्ठ आईपीएस अफसर पर। इसके लिए मैं अरविन्द पाण्डेय को साधुवाद देता हूं।