✍️वीरेंद्र सिंह की रिपोर्ट

🛑अमेठी उत्तर प्रदेश
उच्च प्राथमिक विद्यालय अलाईपुर में हो रहे नये निर्माण कार्य एवं एमडीएम के भोजन में क्षेत्रीय दलालों और नेताओं को (बंदरबांट) हिस्सा ना देना दलित अध्यापक को पड़ा भारी! सूत्र:-

पूरा मामला उत्तर प्रदेश की अमेठी जिले के अंतर्गत आने वाले तहसील तिलोई के मोहनगंज थाना क्षेत्र के ग्राम सभा अलाईपुर का बताया जा रहा है। गांव में उच्च माध्यमिक विद्यालय का मामला है जहां पर स्कूल के निर्माण कार्य में क्षेत्रीय दलालों और नेताओं को बंदर बांट ना मिलने एवं एमडीएम के भोजन में हिस्सा ना मिलने के कारण दलित हेडमास्टर रामकृष्ण के ऊपर क्षेत्रीय दलालों ने स्कूल की कुछ छात्राओं के साथ- सांठ गांठकर फर्जी और गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराने में सफल रहे।
ग्रामीणों के मुताबिक जानकारी के अनुसार जब राम कृष्ण की तैनाती अलाईपुर उच्च माध्यमिक विद्यालय में हुई तो उस समय विद्यालय में छात्रों की संख्या 40 थी वही लगातार शिक्षा के क्षेत्र में अच्छी पढ़ाई को देखते हुए वर्तमान में छात्रों की संख्या बढ़कर लगभग 400 पहुंच चुकी है जिससे एमडीएम के भोजन में क्षेत्रीय लोगों को बंदरबांट ना मिलने पर नाराज दलालों ने कुछ छात्रों के परिजनों से मिलकर अध्यापक के ऊपर फर्जी आरोप लगाया है जब इस संबंध में अध्यापक रामकृष्ण से मीडिया कर्मियों ने बात किया तब अध्यापक ने बताया कि स्कूल के बाहर कुछ बच्चे बाउंड्री के बाहर घूम रहे थे मैंने उनको विद्यालय जाने के लिए कहा उसके बावजूद जब बच्चे अंदर नहीं आए तो मैंने सभी बच्चों से कहा कि अपने घर के परिजनों को बुलाकर लाना जो बच्चे परिजनों को बुला कर नहीं लाए मैंने उनको स्कूल से बाहर निकाल दिया जिसको लेकर क्षेत्रीय लोगों और स्कूल के कुछ स्टाफ नाराज होकर मामले को नया तूल पकड़ा दिया और टीचर के ऊपर फर्जी आरोप लगा दिया वही इस संबंध में जब स्कूल की छात्राओं से बात किया गया तो छात्रों ने बताया कि मेरे साथ कोई छेड़खानी नहीं हुई है जो भी है घटना है पिछले वर्ष का बताया जा रहा है वही इस संबंध में जब मीडिया कर्मियों ने स्कूल की छात्राओं से बयान लेने की कोशिश की तब स्कूल की सहायक अंजू टीचर के द्वारा मीडिया कर्मियों को छात्राओं का बयान लेने से रोका गया जिससे सच बाहर न आ जाए इस प्रकार देखा जा सकता है कि क्षेत्रीय दलालों ने किस प्रकार दलित अध्यापक को फर्जी केस में फंसा कर उसकी नौकरी को खतरे में डाल दिया है वहीं कुछ समाचार पत्रों ने यह खबर प्रकाशित किया है कि अध्यापक रामकृष्ण ग्रामीणों की भीड़ देखकर वहां से भागने में कामयाब रहा जबकि यह खबर फर्जी और अफवाह है रामकृष्ण को मोहनगंज थाना की पुलिस अपने साथ मोहनगंज थाने ले गई थी और घटनास्थल पर एसडीएम तिलोई ब्लॉक प्रमुख स्वयं मौजूद थे और टीचर पर स्कूल से भागने का आरोप भी फर्जी लगाया गया है।