*ना फिसलो इस उम्मीद में,*
*कि कोई तुम्हें उठा लेगा,!*
*सोच कर मत डूबो दरिया में,*
*कि तुम्हें कोई बचा लेगा,*!
*ये दुनिया तो एक अड्डा है*
*तमाशबीनों का ,*!!
*अगर देखा तुम्हें मुसीबत में,*
*तो हर कोई यहां मज़ा लेगा*!

🟥तौफ़ीक़ खान

*क्या दुनियां के नक्से से मिट जायेगा युक्रेन*

दुनियां के हर हिस्से में दहशत बढ रही है!मानवता बिनाश के कगार पर खड़ी है! जिन्दगी आपसी बर्चस्व की जंग में तबाही के दौर से गुजर रही है!युक्रेन बे मौत मर रहा है।आज मानवीय सम्वेदना तार तार हो रही है।रूसी राष्ट्रपति पूतिन की दहाड़ से सभी सकते में है!सबकी नीति ठन्डे बस्ते में है।आज तीन दिन युद्ध होते हो गया दुनिया का कोई भी देश यूक्रेन का सहयोगी नहीं बन पाया! शेर के सामने मेमने के तरह हाथ पांव चला रहा है छटपटा रहा है यूक्रेन! अन्तर्राष्ट्रीय कानून भी फेल है।चारों तरफ तबाही है।युक्रेन को युद्ध के लिये उकसाने वाला अमेरिका रुसी राष्ट्रपति पुतिन की दहाड़ से सहमा हुआ है। बीस देशों के राष्ट्राध्यक्ष महज रुस पर आर्थिक प्रतिबन्ध लगाने का बिकल्प तलाश रहे हैं!और रुस अपना संकल्प दोहरा रहा है। जिन्दगी बचाने का जंग लड रहा युक्रेन बहुत जल्द ही अखंड रुस का हिस्सा बन जायेगा! जिस तरह से रुशी सेना राजधानी कीव सहीत पच्चीस शहरों पर अपना कब्जा बना लिया है वह युक्रेन के लिये वापस लेना आसान नहीं है। जज्बे और हौसले से जंग लड रहे यूक्रेन वासी मरते दम तक अपनी आजादी के लिये लड़ेंगे यह फैसला हर देशभक्त के लिये मिसाल है!ऐसे हालात में भारत की भुमिका भी अहम हो जाती है लेकिन रुस ने यह कह कर भारत को भी चुप कर दिया की जिस तरह पाकिस्तान बंगालियों पर कहर ढा रहा था और हिन्दुस्तान ने पहल कर अलग बांग्ला देश विभाजित कर बना दिया ठीक वही हालत यूक्रेन में है! यूक्रेन सेना रूस समर्थकों पर कहर बरपा रही थी! बार बार समझौता के बाद भी नहीं मानी! लिहाजा हमला करना पड़ा! ऐसे में कोई भी देश हमारे बीच न आवे वरना अन्जाम दुनियां भुगतेगी! जिस तरह से पुतिन ललकार रहे हैं और सारी दुनिया चुप‌ है वह खतरे का खुला संकेत है! रुस के समर्थन में अब चाइना भी खड़ा हो गया है।कहा जा रहा है यूक्रेन के फतह के बाद अव ताईवान का अगला नम्बर है! और इसी रणनिति को अन्जाम देने के लिये चीन ने पुतिन से हाथ मिला लिया है।जिस तरह का माहौल बन रहा है उससे तीसरे बिश्व युद्ध की नींव पड़ चुकी है। हजारों साल पहले फ्रांसीसी भविष्य वक्ता नास्त्रेदम की भविष्यवाणी सच साबित होती लग रही है! जिसने तीसरे बिश्व युद्ध का आगाज 2022मे शुरू होना बताया है।आप को बताते चलें की युक्रेन अपनी करनी की सजा भुगत रहा है! जब भारत को यूक्रेन की जरूरत थी तब उसने दगा दिया! आज भारत से सहयोग मांग रहा है !जरा देखिये उसने भारत के साथ क्या किया! यूक्रेन ने कश्मीर मुद्दे पर यू एनओ में भारत के खिलाफ वोट दिया था? यूक्रेन ने परमाणु परीक्षण मुद्दे पर यूएनओ में भारत के खिलाफ वोट दिया !यूक्रेन ने यूं एनओ की सिक्योरिटी कौंसिल में भारत की स्थायी सदस्यता के खिलाफ वोट किया ! यूक्रेन पाकिस्तान को हथियार सप्पलाई करता है। यूक्रेन अल कायदा को समर्थन देता है!युक्रेन से भारतीय होने के नाते मुझे कोई भी सहानुभूति नही है!और उसका कारण भी है युक्रेन ने भारत का कभी भी साथ नही दिया। जब हमारे उपर प्रतिबन्ध लगा तो यूएनओ मे उसने प्रतिबन्ध के पक्ष मे वोट किया! इसके पास यूरेनियम का भरा भंडार है फिर भी बार बार मांगे जाने पर भी भारत को साफ मना कर दिया! उसके साथ रूस क्या करता है?कोई मतलब नहीं!भारत को तटस्त रहना चाहिये! यह मेरा मानना है!उसके साथ क्या होता है! इसपर कीसी भी प्रकार की सहानूभूती की जरुरत नहीं! हां उसके नागरिको के साथ ‌‌सहानुभूति अवश्य है! युक्रेन जो बोया उसको काट रहा है!जिस पाकिस्तान का सहयोग किया वह आज रुस के साथ खड़ा है!फिर भी भारत सतर्क है! हर पल पर पैनी नजर बनाये हुये है!वक्त का मिजाज बदला है! खतरा बना चीन है?