*थाना प्रभारी पढ़ा रहे हैं वादी को पहाड़ा*

🟥वाराणसी मिर्जामुराद पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं न्यायालय अपर सिविल जज जूनियर डिविजन कोर्ट संख्या 4 के आदेश के बाद भी वादी मुकदमा हसन अली बनाम खदेरू जायसवाल का मुकदमा मिर्जामुराद पुलिस के द्वारा नहीं लिखा जा रहा है जबकि कोर्ट ने 9 सितंबर को ही आदेश कर दिया है 20 दिन बीतने के बाद भी वादी का मुकदमा आखिर किसके प्रभाव में आकर नही लिखा जा रहा है जबकि कोर्ट के द्वारा कई बार आख्या रिपोर्ट मांगने के बाद भी कोर्ट के आदेश की अवहेलना किया जा रहा है थाना प्रभारी मिर्जा मुराद की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे एक तेजतर्रार एसएचओ होने के बाद भी थाना प्रभारी आखिर किसके दबाव में आकर वादी मुकदमा का मुकदमा पंजीकृत नहीं कर रहे हैं आखिर अब किसके आदेश का पालन करेंगे जब न्यायालय के आदेश की अवहेलना की जा रही है तो आखिर किसके आदेश का पालन करेंगे बार-बार रिमाइंडर और प्रगति रिपोर्ट मांगने के बाद भी न्यायालय को कोई भी प्रगति रिपोर्ट थाना के द्वारा नहीं दिया जा रहा है योगी सरकार के कड़े फरमान के बाद में भी प्रभारी निरीक्षक महोदय मिर्जामुराद के द्वारा कोर्ट की अवहेलना की जा रही है इस बारे में जब उच्च अधिकारियों से बात की जा रही है तो उनके भी जवाब संदेहास्पद लग रहे हैं अब वादी मुकदमा का आग्रह श्रीमान पुलिस अधीक्षक ग्रामीण और अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी से है कि तत्काल अगर मुकदमा प्रार्थी का नहीं दर्ज किया जाता है तो प्रार्थी उक्त मामले को लेकर हाई कोर्ट जाएगा और हाई कोर्ट से ही एक परिवाद याचिका दायर करेगा*