🔴बाड़मेर

दिनांक 5 मई 2022 ईस्वी बमुताबिक 3 शव्वाल 1443 हिजरी बरोज मंगलवार हज़रत मखदूम सैयद पीर मियां विलायत शाह अलैहिर्रहमा का 16वां उर्स और दारुल उ़लूम फैज़ाने विलायत शाह शिक्षण संस्थान कोनरा विलायत शाह,चौहटन बाड़मेर का सालाना जल्सा बड़ी शानो-शौकत के साथ मनाया गया।

बाद नमाज़े जोहर क़ुरान ख्वानी की गई।बाद नमाज़े अ़स्र फातिहा खानी हुई।बाद नमज़़े मग़रिब मदरसा के तुल्बा का प्रोग्राम हुआ, इसके बाद उ़ल्मा ए किराम का बेहतरीन खिताब हुआ। प्रोग्राम का आगाज़ तिलावते कलामे पाक से हुआ, तिलावत करने का शर्फ मौलाना अल्हाज इल्मुद्दीन अशफाक़ी ने हासिल किया।बादहु मौलाना गुलाम रसूल इमाम जामा मस्जिद ईटादा, शहजादा -ए- मुफ्ती ए थर हज़रत मौलाना अ़ब्दुल मुस्तफा साहब नईमी सोहरवर्दी नाज़िमे आला दा:उ़:अनवारे ग़ौषिया सेड़वा, मौलाना अ़लीमुद्दीन साँवलोर (नोहडी़ ) मुदर्रिस दा:उ़:इस्हाकिया जोधपुर, मौलाना अय्यूब साहब अशरफी साबिक़ क़ाज़ी- ए-शहर पाली, और खुसुसी मुकर्रिर नूरुल उ़ल्मा पीरे तरीक़त हज़रत अ़ल्लामा अल्हाज सैयद नुरूल्लाह शाह बुखारी मद्दजिल्लहुल आ़ली मुहतमिम व शैखुल हदीष:दारुल उ़लूम अनवारे मुस्तफा सेहलाऊ शरीफ़ ने बहुत ही बेहतरीन और जामेअ़ खिताब फरमाया।
क़िब्ला सैयद साहब ने कहा कि जब तक आप इल्म हासिल नहीं करोगे तब तक तरक्की संभव नहीं है।
आपसी इतिहाद और इतिफाक़ बनाएं रखें ,संगठन में जो ताकत है वह और किसी चीज़ में नहीं है। आखिर में पीरी मुरीदी के आदाब वग़ैरह के बारे में विस्तार से बताया।
इसके अलावा स्टेज पर उ़ल्मा,अइम्मा हज़रात ,शादाते किराम व मोहसिन ए क़ौम का जम्मे गफीर मौजूद रहा।
खास तौर पर यह हज़रात मौजूद रहे।
सैयद अमीर शाह बामणोर, सैयद मिठन शाह आलमसर, सैय्यद सोहबत अ़ली शाह आलमसर, सैय्यद शेर मोहम्मद, सैय्यद इक़बाल शाह, सैय्यद मीर मौहम्मद शाह अरटी, एडवोकेट पूर्व सरपंच कोनरा शाकर खान समेजा,खानू खान हेड कांस्टेबल, हकीम साहब क़ायम दर्श, बच्चू खान बलोच सालरिया, बेहतरीन सिन्धी सना ख्वाँ (मौलुदी) क़ारी मोहम्मद हनीफ सेड़वा ,अनवर खान,
मौलाना मोहम्मद युसुफ डेरासर, मौलाना रोशन अली पाली, मौलाना अ़ब्दुल हलीम इमाम जामा मस्जिद कोनरा ,क़ारी मौहम्मद शरीफ़ और दीगर उल्मा-ए- थर ने प्रोग्राम की ज़ीनत में चार चांद लगाये।
प्रोग्राम का संचालन मौलाना अ़लीमुद्दीन जैसार (रहुमा) इमाम:मदीना मस्जिद सुमेरपुर (पाली) ने किया। सभी पधारे गणमान्य मेहमानों का मौलाना अल्हाज मोहम्मद आदम खान क़ादरी ने शुक्रिया अदा किया। इसके बाद मौलुद शरीफ़ का प्रोग्राम हुआ।
बाद नमाज़े फज्र सलातो सलाम और खुसूसी ज़िक्र व दुआ़ बाद प्रोग्राम का इख्तिताम हुआ।

रिपोर्ट :-यामीन खान समेजा कोनरा विलायत शाह,तहसील:चौहटन, ज़िला:बाड़मेर (राज:)