🟥जौनपुर
आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज, अयोध्या के माननीय कुलपति डॉ बिजेन्द्र सिंह जी के संरक्षण एवं निदेशक प्रसार प्रो ए.पी. राव जी कुशल मार्गदर्शन में संचालित कृषि विज्ञान केंद्र, अमिहित, जौनपुर-2 के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ संजीत कुमार की अध्यक्षता में ग्राम नाउपुर एवं निहालापुर विकासखंड केराकत के प्रगतिशील किसान, चंद्रभान सिंह, मुन्नीलाल राजभर, विनोद सिंह, दिनेश कुमार सकिरा, अख्तरु निशा, जमिद्दीन निशा दुर्गावती सोनकर, गोविंदा सोनकर आदि किसानों के प्रक्षेत्र पर भ्रमण किया गया जिसके दौरान जैविक एवं प्राकृतिक खेती करने में जनपद के सर्वश्रेष्ठ किसान के नाम से जाने जाते हैं। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों के निर्देशानुसार नई-नई तकनीकी का प्रयोग कर जैविक एवं प्राकृतिक खेती से अधिक लाभ प्राप्त कर रहे हैं केंद्र के अध्यक्ष डॉ संजीत कुमार, जिसके द्वारा एकीकृत कृषि प्रणाली के तहत जैविक खेती के साथ पशुपालन, मछली पालन, मशरूम उत्पादन कर कम लागत से अधिक उत्पादन करके किसान भाई अपनी आय को बढ़ा सकते है। पादप रोग विशेषज्ञ डॉ संदीप कुमार ने फसलों एवं पेड़ पौधों में लगने वाले कीट एवं रोग को जैविक विधि से कैसे प्रबंधन किया जा सके उसके बारे में विस्तृत जानकारी दी। मृदा वैज्ञानिक डॉ दिनेश कुमार ने वर्मी कंपोस्ट जीवामृत एवं वीजा मृत के बनाने एवं प्रयोग विधि के बारे में जानकारी दें जिसके प्रयोग से कम लागत में अधिक उत्पादन किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि किसान भाई मिट्टी की जांच अवषय कराये जिससे फ़सलो की आवश्यकतानुसार संतुलित मात्रा में खाद एव उर्वरको का इस्तेमाल किया जा सके।कृषि वानिकी डॉ अनिल कुमार ने बताया कि जैविक एवं प्राकृतिक विधि अपनाकर सब्जियों की अच्छी खेती करके अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है तथा रबी मौसम में लगने वाले सब्जियों की नर्सरी तैयारी एवं उन्नतशील प्रजातियों के बारे में बताया। उन्होंने मचान विधि से करेला, लौकी, नेनुआ, आदि की खेती करने की सलाह दी। शस्य वैज्ञानिक डॉ संजय कुमार ने खरीफ फसलों में खरपतवार नियंत्रण के लिए जैविक नियंत्रण में आंतरिक विधि अपनाकर जैविक एवं प्राकृतिक खेती प्रणाली से अधिक लाभकारी बनाया जा सकता है। इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में प्रदीप यादव, विवेक सिंह आदि का सहयोग रहा।