डॉ शशि कांत सुमन
पटना। नीतीश कुमार सरकार ने कहा है कि प्रदेश ने कृषि निर्यात में तेजी से वृद्धि देखी है और पिछले डेढ़ दशक में कृषि निर्यात की आय में 800 गुना से अधिक की बढ़तोरी हुई है। यह बात कृषि विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को सीएम के आधिकारिक आवास पर मुख्यमंत्री के सामने दिए गए एक प्रेजेंटेशन के दौरान कही।
कृषि सचिव एन सरवन कुमार ने कहा कि साल 2006 में, राज्य के कृषि निर्यात का मूल्य तीन करोड़ रुपये था। साल 2020 तक, यह बढ़कर 2,617 करोड़ रुपये हो गया। संयोग से, एन सरवन कुमार, जो अपने लगातार चौथे कार्यकाल में हैं। उन्होंने साल 2005 के अंत में कृषि सचिव की जिम्मेदारी संभाली थी। कृषि विभाग की समीक्षा में नीतीश कमार राज्य की स्थिति पर संतोष व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता को रेखांकित किया कि कृषि विकास से ‘न केवल उपज में वृद्धि होनी चाहिए बल्कि किसानों की आय में भी वृद्धि होनी चाहिए।’ यह देखते हुए कि राज्य की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि वर्ग की ओर से संचालित है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस पहलू को ध्यान में रखते हुए उनकी सरकार अब तक तीन, पांच वर्षीय ‘कृषि रोड मैप’ लेकर आई है। मुख्यमंत्री ने राज्य में ‘ठेका खेती’ की लोकप्रियता बढ़ने और नए कृषि संस्थानों और कॉलेजों की स्थापना पर संतोष व्यक्त किया। इससे युवा पीढ़ी को इस क्षेत्र को विशेषज्ञता के क्षेत्र के रूप में लेने के लिए प्रेरित करते हैं। बैठक में अन्य लोगों के अलावा कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह और मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण भी शामिल थे।