✍️मृत्युंजय विशारद

🟥देवरिया,

17 दिसंबर 2022 को बैंगलोर कर्नाटका मे चल रही 5 दिवसीय प्राकृतिक जैविक प्रैक्टिकल कृषि कार्यशाला में जर्मनी से गौ आधारित प्राकृतिक जैविक खेती मॉडल, विजिट करने जर्मनी से पधारी डॉक्टर इर्मिल वी.मर्ला जर्मन सोशियल साइंटिस्ट, एवं भारत सरकार के पूर्व सचिव आईं. ए. एस श्री कमल टावरी जी, आस्ट्रेलिया से आए डॉक्टर वी वी एस एन राव जी, दिल्ली से पधारे बृज गोपाल सिंह जी सहित अन्य अधिकारी यो द्वारा शिविर में चल रही गतिविधियों का अवलोकन किया गया।
डॉक्टर इर्मेल मर्ला जी ने मल्टीलेयर मॉडल को किसानों के लिए बहुत ही लाभकारी बताते हुए किसानों के उत्पाद को एक्सपोर्ट कराने में सहयोग कराने का आश्वासन दिया ।
आदरणीय कमल टावरी जी ने मल्टीलेयर खेती को भारत की कृषि का भविष्य बताया , आदरणीय राव जी ने किसानों को अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक जैविक खेती से जुड़ने के लिऐ आग्रह किया , आदरणीय श्री बृज गोपाल जी ने किसानों को ऊर्जावान उद्बोधन देते हुए सभी के हित मे है, इससे जुड़ना ।
संपूर्ण भारत में हो रही प्रैक्टिकल कार्यशालाएं भारत की कृषि विकास के लिऐ समर्पित है।
आकाश चौरसिया द्वारा प्रतिभागियों और अतिथियों के प्रति आभार प्रकट किया।