⭕आजमगढ़।

✍️संवाददाता अब्दुर्रहीम शेख़।

यूपी अल्पसंख्यक कांग्रेस के आह्वान पर जिला/शहर कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग आजमगढ़ के जिलाध्यक्ष नदीम खान के नेतृत्व में विदेश मंत्री को संबोधित पत्रक जिला प्रशासन को सौंपा गया। जिसमे फिलिस्तीन और इज़राइल के बीच युद्धविराम हेतु संयुक्त राष्ट्र संघ में वोटिंग के समय मोदी सरकार की गैरहाजिरी पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई गई।

कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष नदीम खान ने कहाकि इसराइल के जरिये गाजा पर वहशियाना बमबारी की जा रही है। बमबारी के दौरान जिस तरह से मासूम बच्चे महिलाएं, बुजुर्ग इसराइली फौजियों के निशाना बन रहे है और मौत के आगोश में चले जा रहे है। फिलिस्तीन गाजा में पूरी की पूरी बस्तियां रिहायशी इलाके खंडहर में तब्दील होते जा रहे है। इस बमबारी में हजारां लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है न जाने कितनी मासूम जिन्दगियां मलबे में दबकर मौत के आगोश में चले गए है न जाने कितने लोग जख्मी हैं जिनका दवा इलाज हो पाना मुश्किल है।

जिनकी जिन्दगियां बचाने के लिए खुराक पानी वगैरह भी दस्तयाब नहीं हो पा रहा है और इसराइल अपने जालिमाना रवैये से बाज नहीं आ रहा है और दुनिया में अपने आप को इंसानियत के अल्मबरदार कहने वाले लोग खामोश तमाशा देख रहे है और इजराइल गुंडा गर्दी की हदें पार कर रहा है जिसे विश्व समुदाय को आगे आकर इस पर तुरंत रोक लगाना चाहिए।

मिर्जा शाने आलम बेग ने कहाकि इसराइल ऐसी आबादी से इंतकाब ले रहा है जो बड़ी हद तक बेवश व लाचार, बेकसूर हैं इन बच्चों, महिलाओं का क्या कसूर है जिसकी सजा उन्हें मौत के रूप में मिल रही है जबकि इनका हमास से कोई लेना देना नहीं है।
शहर अध्यक्ष मिर्जा बरकतउल्लाह बेग ने कहाकि कई दहाईयांं से इसराइल के नापाक मंसूबे और फिलिस्तीन के रिहायशी बस्तियों को उजाड़ने की कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। फिलिस्तीन के इलाकों पर रोज बरोज जबरन काबिज होते जा रहे हैं।

हमारे मुल्क की खारजां पालिसी हमेशा मजलूमों फिलिस्तीनियों के साथ रही हैं। अब तक जितने भी मुल्क के वजीरे आजम रहे सभी ने इसराजल के जाहिरीयत की खुलकर निन्दा करते रहे है लेकिन अफसोस इसके बावजूद मोदी सरकार इस रूख का भरम तोड़ दिया। हम चाहते है वजीरे आजम नरेन्द्र मोदी पहले की पालिसी अपनाकर भारत के रूख को स्पष्ट करें।

अनुसूचित विभाग के जिलाध्यक्ष कन्हैया राव ने कहाकि भारत ने इजराइल की स्थापना के बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा में उसे शामिल करने के खिलाफ भी मतदान किया था। भारत ने सदैव फिलिस्तीन मुद्दे पर नर्म रुख रखा, क्योंकि दोनों के बीच का संबंध साम्राज्यवाद विरोधी भावना पर आधारित है। भाजपा सरकार की यह विदेश नीति देश के चेहरे को भारतीय संविधान से इतर खड़ा कर रही है।

वहीं कांग्रेस शहर अध्यक्ष नज्म शमीम ने कहाकि हमारी मांग है कि परम्परागत विदेश नीति के अनुसार भारत सरकार फिलिस्तीन में युद्धविराम में सक्रिय भूमिका का निर्वाह करे। विचारधारा और राजनीति के स्तर पर भारत के लिए फिलिस्तीन का समर्थन करना जरूरी है जो कि न्यायोचित भी है।
इस अवसर पर कौशल कुमार सिंह, मो आमिर, मुन्नु मौर्या, रियाजुल हसन, डा मोउज्जम, निरूल हक, असफाक अंसारी, एडवोकेट, मो असलम, अबु सहमा सहरिया, नीलू, मो अफजल, मंतराज यादव, अबीबुल रहमान, मो हासिम मुबारकपुर, शफीउज्जमां आदि मौजूद रहे।