विनय कुमार गुप्ता की रिपोर्ट

रुद्रपुर देवरिया
तिघरा मराछी बन्धा का आधा हिस्सा भेड़ी गांव के पास शनिवार शाम को धस गया जिससे सिचाई विभाग के अधिकारियों और ठेकेदारो की पोल खुल गई। राप्ती नदी का जलस्तर घटने के बाद सिंचाई विभाग बंधे की सुरक्षा को लेकर लापरवाह हो गया। और 24 घंटे की बारिश होते ही शनिवार को 225 मीटर स्लोप पिचिंग व एप्रन नदी की धारा में समा गया। जिससे बांध के आधा हिस्से की मिट्टी कट कर नदी में समा गई। बांध धसने से द्वाबा के गांवों में हलचल बढ़ गई। लगभग 13 किलोमीटर लंबे तिघरा मराछि बांध के निरोधात्मक कार्यों पर करोड़ों रुपए का खर्च किया गया लेकिन बांध के बनाने में विभाग ने गुडवत्ता का ख्याल नही रखा विभाग के इशारों पर ठेकेदारों ने पुराने बंधे के मिट्टी को ही काटकर नए निर्माण कार्यों में लगा दी। स्थानीय लोग बाढ़ बचाव के नाम पर विभाग और ठेकेदारों पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए निर्माण कार्यों में गुणवत्ता की अनदेखी का आरोप लगाया हैं। विभाग शासन से मिले पैसे को बंदरबांट करने में ही ज्यादा दिलचस्पी दिखाई और चहेते ठेकेदारों को खुली छूट दे रखी थी जिससे बंधे के निरोधात्मक कार्यों में गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा गया। शनिवार शाम बन्धा धसने की सूचना पर पहुंचे समाजवादी पार्टी के नेता हरेंद्र सिंह त्यागी ने सिंचाई विभाग पर मिलीभगत का आरोप लगाया हैं। उन्होंने कहा कि विभाग के लोगों ने ठेकेदारों को खुली छूट दे रखी थी 50 वर्ष पुराने बंधे की मिट्टी को ठेकेदारों ने खोद कर नए निर्माण कार्यों में लगा दिया जिससे बन्धा कमजोर हो गया यही कारण है कि निरोधात्मक कार्यों के बावजूद जलस्तर घटने के बाद भेड़ी गांव में बांध का आधा हिस्सा धस गया है । श्री त्यागी ने कहा कि सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन को तत्काल प्रभाव से बंधे की सुरक्षा को लेकर निरोधात्मक कार्य किया जाना चाहिए साथ ही निर्माण कार्यों में लापरवाही बरतने वाले लोगों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जानी चाहिए।